मोबाइल फोन की फॉरेंसिक रिपोर्ट से खुलासा
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार के खिलाफ वायरल किए थे झूठे संदेश
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार के खिलाफ सोशल मीडिया पर झूठा संदेश मनोज मसंद ने पूर्व मंत्री रविंद्र रवि के कहने पर वायरल किया था। मनोज मसंद और रविंद्र रवि के पुलिस द्वारा कब्जे में लिए गए मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच में इस बात की पुष्टि हो गई है। मामला उजागर होने पर पुलिस ने दोनों के मोबाइल फोन कब्जे में लेकर जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस प्रयोगशाला भेजे थे। रिपोर्ट से स्पष्ट है कि मनोज मसंद ने रविंद्र रवि के कहने पर ही उस संदेश को वायरल किया था। इस आशय के सभी संदेश विशेषज्ञ फॉरेंसिक साइंस प्रयोगशाला धर्मशाला ने आरोपी के मोबाइल से रिकवर कर लिए हैं। मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि दिलबाग सिंह परमार की शिकायत पर भवारना पुलिस ने 3 सितंबर को आईपीसी की धारा 506, 500 के तहत मनोज मसंद के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसमें दिलबाग सिंह परमार ने आरोप लगाया था कि उन्होंने 30 अगस्त की रात को सोशल मीडिया पर मनोज मसंद की प्रोफाइल में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार के खिलाफ लिखी झूठी, सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली, झूठी अफवाह फैलाने वाली एवं आपराधिक षड्यंत्र वाली सामग्री पढ़ी। दिलबाग परमार का आरोप था कि उन्होंने इस बारे जब मनोज मसंद से पूछा तो उसने उन्हें धमकी दी थी।
एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि फॉरेंसिक प्रयोगशाला से प्राप्त रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि मनोज मसंद ने रविंद्र रवि के कहने पर ही उस संदेश को वायरल किया था।