ललित ठाकुर । पधर:
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की जागरण पत्रिका मातृवन्दना का पाठक सम्मेलन रविवार को पनारसा खंड में मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्यवक्ता मातृवन्दना के प्रांत सचिव व हिमाचल प्रान्त प्रचार टोली के सदस्य जय सिंह जी रहे तथा ज़िला मंडी समरसता सयोंजक बलवीर ठाकुर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यथिति ने दीप प्रज्वलित कर किया। सरस्वती विद्या मंदिर नगवाइं की छात्राओं द्वारा दीप प्रज्वलन मंत्र व सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। इस कार्यक्रम में करीब 64 पाठकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मातृवन्दना मासिक पत्रिका का शुभारम्भ मार्च 1994 में हुआ। इसके प्रथम अंक का विमोचन मण्डी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्कालीन सरसंघचालक प्रो. राजेन्द्र सिंह उर्फ रज्जू भैय्या जी ने किया। इसके पश्चात् वर्ष 1997 में इसका प्रकाशन शिमला से प्रारम्भ हुआ।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के करीब 16 हजार गांवों में लाखों की संख्या में रहने वाली जनता को देश, समाज, इतिहास तथा समय-समय पर घटने वाली विभिन्न घटनाओं की सही सूचनाएं तथा समाचार पहुँचाने का कार्य मातृवन्दना कर रही है। उन्होंने बताया कि इस समय मातृवन्दना 12 हजार से अधिक गांवों में पहुँच रही है , तथा हर माह 35500 प्रतियां प्रकाशित हो रही हैं।
उन्होंने बताया कि मातृवन्दना सदस्यता अभियान 1 से 15 फरवरी तक चलेगा उन्होंने सभी पाठकों व कार्यकर्ताओं को पत्रिका प्रान्त के प्रत्येक गाँवों में पहुंचाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष बलवीर ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ देश व संस्कृति के लिए समर्पित है। उन्होंने बताया कि आज मातृवन्दना हिमाचल प्रदेश के लाखों पाठकों को राष्ट्रीय विचारों व संस्कारों से युक्त कर जागरण का दायित्व बखूबी निभा रही है।
कार्यक्रम में पाठकों जोधराज पराशर, मनोज शर्मा, पवन शर्मा, आदि ने मातृवन्दना को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि मातृवन्दना की सदस्यता ऑनलाइन की जाए तथा इसमें छपने वाले कंटेंट, सामग्री को और अधिक प्रभावशाली बनाने की ओर संस्थान को प्रयास करना चाहिए।
पाठक सम्मेलन के उपरांत संक्रांति के उपलक्ष्य पर समरसता की प्रतीक खिचड़ी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला प्रचार प्रमुख कुलदीप ठाकुर, पनारसा खंड प्रचार प्रमुख विजय कुमार, खंड कार्यवाह भोलाराम, एस वी एम नगवाइं के प्रधानाचार्य संजय कुमार आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।