तीसरा भी सेवाएं देने के लिए इसी क्षेत्र में कर रहा है संघर्ष
प्रख्यात आई सर्जन की बेटी हैं मेधा
हिमाचल दस्तक ब्यूरो प्रमुख, रविंद्र चंदेल। हमीरपुर
हमीरपुर की मेधावी मेधा की उपलब्धि खास लोगों के लिए बेशक आम हो लेकिन आम आदमी के लिए यह उपलब्धि बेहद खास है। अपनी प्रतिभा व मेहनत के दम पर मेधा ने साबित कर दिखाया है कि वह सच में ही मेधावी है। हमीरपुर की मेधा की नियुक्ति भोरंज सब डिविजन में बतौर मेडिकल ऑफिसर के पद पर हुई है। मेधा हमीरपुर के नादौन सब डिविजन के छोटे से गांव गलोल की रहने वाली है। मेधा की प्रारंभिक शिक्षा किड वर्डस स्कूल बिझड़ी से हुई है। जबकि मिडल तक की शिक्षा उन्होंने बिझड़ी के नीलम पब्लिक स्कूल से पूरी करने के बाद दस जमा दो की शिक्षा हमीरपुर के डीएवी स्कूल से पूरी की है।
2014 में मेधा ने नीट की परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद महर्षि मार्कंडेश्वर यूनिवर्सिटी सोलन से अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की और अभी वह इंटर्नशिप ही पूरी कर रही थी कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने उसे भोरंज के सिविल अस्पताल में बतौर मेडिकल ऑफिसर तैनाती दे दी। डॉ. मेधा अपने परिवार में दूसरी डॉक्टर बनी हैं। जबकि उनका छोटा भाई इशान दत्त शर्मा तीसरे नंबर पर डॉक्टर बनकर चिकित्सा जगत में सेवाएं देने के लिए तैयार है।
मेधा का कहना है कि उनकी इस सफलता के लिए समूचे परिवार के संस्कार, सपोर्ट व प्रेरणा, आर्शीवचन ही मूल रूप से फलीभूत हुए हैं। मेधा मानती है कि अब जब परिवार, समाज व सिस्टम ने उन्हें किसी न किसी रूप में आगे बढ़ने का मौका दिया है तो अब सेवा क्षेत्र में समाज को लौटाने की मेरी बारी है। मेरी इस सफलता के मेरे प्रेरणा स्त्रोत मेरे पापा रहे हैं।
इस फील्ड में मेरे पापा को मैं हीरो मानती हुं। क्योंकि मेरे पापा आम आदमी को चिकित्सा के क्षेत्र में निरंतर सेवाएं देने को ही अपने जीवन का मुख्य मकसद मानते हैं और अब मुझे इसी मकसद को लेकर आगे बढ़ते हुए आगे की पढ़ाई भी जारी रखनी है। मेधा बताती है कि निरंतर मेहनत ही सफलता का मूलमंत्र है। मुझे संतोष है कि मैंने भी पापा व परिजनों के नक्शे, चिन्हों का अनुसरण करते हुए समाज व परिजनों की आकांक्षओं, अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए सेवा के लिए इसी क्षेत्र को चुना है।
कौन है मेधा शर्मा
मेधा शर्मा आई सर्जन स्पेशलिस्ट डॉ. शशि दत्त शर्मा की पुत्री हैं। डॉ. शशि दत्त शर्मा बीएमओ स्पेशलिस्ट के साथ वर्तमान में डॉ. राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में एसआर के पद पर तैनात हैं। जबकि मेधा की मम्मी दीपिका शर्मा मैथ के लेक्चरर पद पर तैनात हैं। जबकि छोटा भाई ईशान दत्त शर्मा एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है।
मेधा का संघर्षशील परिवार शुरू से ही रहा है मेधावी
मेधा शर्मा के दादा शास्त्री जगदीश राम शर्मा डाइट सेंटर गौना करोर के साथ लगते छोटे से गांव गलोल में पुरोहित का काम करते हैं। विकट आर्थिक परिस्थितियों व सतत मेहनत व संघर्ष करते हुए शास्त्री जगदीश राम शर्मा के बेटे डाक्टर शशि दत्त शर्मा समूचे हिमाचल में ऐसे चिकित्सक के रूप में प्रख्यात हैं, जो आम आदमी की उम्मीद व भरोसे के प्रतीक हैं। शांत, सौम्य व साधु स्वभाव रखने वाले डॉ. शशि दत्त शर्मा को शायद ही कभी गुस्सा भी आता हो। साधारण स्वभाव से साधारण जन की सेवा ही उनका मूल स्वभाव है।
रोचक यह है कि मेधा की सफलता की खुशी में आम आदमी शरीक होने को अपना गौरव मान रहा है। डॉक्टर शशि दत्त शर्मा व उनकी पत्नी दीपिका शर्मा को जहां बधाई देने के लिए आम आदमियों का तांता लगा है, वहीं सोशल मीडिया पर भी मेधा के परिवार को बधाई देने वालों की भरमार है।