धूल-मिट्टी से लोगों को बीमारियों का सता रहा डर
राजीव शर्मा। बड़सर : उपमंडल बड़सर के अंतर्गत मैहरे घोड़ीधबीरी सड़क अपग्रेडेशन का कार्य पिछले लगभग डेढ़ वर्षों से चल रहा है। लगभग 25 किलोमीटर लंबे इस सड़क मार्ग के आधे भाग पर टायरिंग भी की जा चुकी है, लेकिन बिझड़ी से घोड़ीधबीरी तक के लगभग 13 किलोमीटर भाग पर सोलिंग बीयरिंग व डंगे लगाए जा रहे हैं।
सड़क पर बिखरी बजरी व धूल-मिट्टी के कारण लोगों व वाहन चालकों की नाक में दम हो चुका है। कई दोपहिया वाहन चालक बजरी से स्किड होकर घायल हो चुके हैं। इसके अलावा सड़क किनारे बसे आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी का छिड़काव न किए जाने के कारण हर दम सड़क से धूल-मिट्टी उड़कर सांस के जरिये लोगों के फेफड़ों को खराब कर रही है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सोलिंग वीयरिंग किए जाने के बाद सड़क पर लगातार पानी का छिड़काव किया जाना जरूरी होता है। इससे एक तरफ जहां सड़क मजबूत होती है,वहीं दूसरी तरफ धूल-मिट्टी से लोगों को राहत मिलती है, लेकिन इस सड़क मार्ग पर यह नियम नहीं अपनाए जा रहे।
लोगों का कहना है कि मैहरे से बिझड़ी तक बनी सड़क पर मात्र एक महीने के बाद ही पेचवर्क भी शुरू हो चुका है, लेकिन लगता है विभाग अभी तक अपनी नींद तोडऩे के मूड में नहीं है। जसवीर सिंह, सोमदत्त अनिल कुमार, मान सिंह, विजय ,नरेंद्र ठाकुर, अरविंद पठानिया आदि वाहन चालकों व आम लोगों का कहना है कि विभाग को चाहिए कि सड़क पर पानी का छिड़काव लगातार किया जाए।
इन लोगों का कहना है कि इस धूल-मिट्टी व बजरी के कारण कई दुर्घटनाएं घट चुकी हैं तथा अब लोग बीमार भी होने लगे हैं। सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों व बुजुर्ग लोगों को हो रहा है। इनका कहना है कि यदि शीघ्र समस्या का हल नहीं किया गया तो पीडब्ल्यूडी विभाग किसी भी प्रकार का नुकसान होने पर जिम्मेदार होगा।
संबंधित अधिकारियों से मांगा जाएगा जवाब
अधीक्षण अभियंता हमीरपुर ई. एन पी एस चौहान का कहना है कि विभागीय नियमों के अनुसार सड़क पर लगातार पानी का छिड़काव जरूरी होता है। मैहरे घोड़ीधबीरी सड़क पर पानी क्यों नहीं छिड़का जा रहा, इस बारे में संबंधित अधिकारियों व ठेकेदार से जवाब मांगा जाएगा।