आरोपों को विधायक ने बताया निराधार, प्रोटोकॉल तोडऩे का लगा आरोप
हिमाचल दस्तक। मंडी
बल्ह के विधायक के व्यवहार को लेकर दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक संयोजक एवं पूर्व जिला पार्षद सदस्य चमन राही ने वीरवार को एसी टू डीसी मंडी को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक सरकारी कार्यालयों में जाकर अधिकारियों की कुर्सियों पर बैठ रहे हैं और प्रोटोकॉल की सरेआम उल्लंघना कर रहे हैं। उनका यह व्यवहार जहां अधिकारियों को रास नहीं आ रहा है, वहीं पर सरकारी पदों का भी अनादर हो रहा है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की इस मामले में जांच की जाए और सरकारी कार्यालयों में किस तरह से जाकर व्यवहार किया जाता है। यह भी विधायक को बताया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि 7 अक्तूबर को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक एसडीएम कार्यालय बल्ह में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बल्ह के एसडीएम आशीष शर्मा व उपमंडल बल्ह के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मंडी आगमन को लेकर आयोजन और तैयारियों के संबंध में था। लेकिन हैरानी इस बात की है कि एसडीएम बल्ह की सरकारी कुर्सी पर स्थानीय विधायक इंद्र सिंह गांधी को भाजपा के कुछ पदाधिकारियों के दबाव के कारण इंद्र सिंह गांधी को एसडीएम की कुर्सी के उपर बिठाया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वो एसडीएम कार्यालय नहीं भाजपा का कार्यालय है। जो सरासर संविधान और प्रोटोकॉल के खिलाफ है।
वहीं, बल्ह विधायक इंद्र सिंह गांधी का कहना है कि यह आरोप निराधार हैं। वे कभी भी सरकारी कार्यालय में किसी अधिकारी की कुर्सी पर नहीं बैठे। जिस घटना का कांग्रेस के साथी उल्लेख कर रहे हैं, वह उस दिन सरकारी कार्यालय में अलग कुर्सी पर बैठे थे। लोगों के कार्य के लिए सरकारी कार्यालयों में जाना पड़ रहा है। लिहाजा कांग्रेसियों को विकास की बातें रास नहीं आ रही हैं।