- राजस्व विभाग बल्ह का कारनामा मुख्यमंत्री सेे होगी शिकायत
- डीसी मंडी राजस्व के मामले निपटाने के दावे पर उठे सवाल
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। सुंदरनगर : बल्ह के राजस्व विभाग का एक और कारनामा आरटीआई के जरिए उजागर हुआ है। जानकारी के अनुसार मीरा देवी बनाम कनौरा बगैरा केस न.49/98 तकसीम दावा तहसीलदार सदर के पास चल रहा था, जो बाद में तहसीलदार बल्ह के पास हस्तांतरित हो गया। एक पक्ष ने इस की अपील उप मंडल अधिकारी को की है ।
जिस में तहसीलदार से रिकार्ड मंगवाया गया। परंतु तहसीलदार के कार्यालय की सूचना के अनुसार रिकॉर्ड गायब है । साल 2009 से लेकर आजतक उपमंडल अधिकारी न तो मिसल तहसीलदार बल्ह से प्राप्त कर सका और न ही इस पर कोई निर्णय ही कर पाया। दोनों पक्ष अधर में लटका कर रखे हैं। अब यह मामला पूर्व प्रशासनिक अधिकारी व वर्तमान में कानूनी सलाहकार बीआर कौंडल के पास आया है, जिन्होंने इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाने के लिए एक पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा ।
जिस में उन्होंने लिखा है कि 15 से 20 साल तक के पुराने मामले राजस्व विभाग में लंबित पड़े है। लोगों की कोई सुनाई नहीं हो रही है तथा उच्च अधिकारियों को लंबित मामलों की सही जानकारी नही दी जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री हिमाचल सरकार से निवेदन किया है कि इस मामले में रिकॉर्ड गुम होने की जंाच करवाई जाए ।
यह कहा कानूनी सलाहकार ने
इस बारे में कानूनी सलाहकार बीआर कौंडल कानूनी ने पुष्टि करते हुए बताया कि यह सरासर राजस्व अधिकारियों की गलती है । उन्होंने कहा कि 22 साल से लटके तकसीम मामले को विभाग नहीं करवा पाया। जबकि आरटीआई से ख्ुालासा हो चुका है कि फाइल गुम हो चुकी है । उन्होंने कहा कि ऐसे तो डीसी मंडी राजस्व के मामले निपटाने के दावे कर रहे है । मगर असल में कोई सुनवाई नहीं हो रही है । उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बल्ह राजस्व विभाग एक आबादीदेह जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने की मिसल न बनाने पर आरोपित हो चुका है।