- श्मशानघाट में हुआ हंगामा, मौके पर पहुंचा प्रशासन
- शव को वापस अस्पताल भिजवाया
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। सोलन
सोलन जिले के एमएमयू अस्पताल ने रविवार को एक अलग कारानामा कर दिया। दरअसल अस्पताल प्रबंधन ने एक व्यक्ति के शव को परिजनों को सौंप दिया, लेकिन जब परिजन उनका अंतिम संस्कार करने लगे तो पता चला कि यह डेड बॉडी तो किसी और की ही है। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से बात की तो पता चला कि उनके दादा तो जीवित हैं और उनका उपचार भी चल रहा है। इसके बाद मौके पर जमकर हंगामा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम सोलन अजय यादव अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर उसे वापस भिजवाया।
इस मामले में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापहवाही सामने आई है। यह चूक कैसे हुई इसको लेकर कई सवाल खड़े होना शुरू हो गए हैं। जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति की दादी का निधन 2 दिन पहले हुआ और इस परिवार के सदस्य उनकी अस्थियां प्रवाहीत करने के लिए हरिद्वार गए हुए थे। रास्ते में उन्हें सूचना मिली कि कोरोना पॉजिटिव उनके दादा का भी निधन हो गया है। इस सूचना पर युवक ने अपने भाई से बातचीत की और उससे शव को अस्पताल से सीधा चंबाघाट श्मशानघाट लाने के लिए कहा। हरिद्वार से वह भी वहां पहुंच गए।
पीपीई किट पहनकर जब परिवार के सदस्य दाह संस्कार करने लगे तो निजी अस्पताल द्वारा दिए गए सामान को देखकर उन्हें कुछ शक हुआ। क्योंकि अस्पताल ने जो सामान उनके दादा का बता कर दिया हुआ था, उसमें एक अंगूठी ऐसी थी जो उनके दादा की नहीं थी। इस पर परिवार के सदस्यों ने शव को देखने का निर्णय लिया और जैसे ही उन्होंने शव का चेहरा देखा तो वे हैरान रह गए। यह शव उनके दादा का नहीं, बल्कि किसी अन्य व्यक्ति का निकला। इसके बाद मौके पर जबरदस्त हंगामा हुआ।
मामले की सूचना प्रशासन को दी गई। इसके बाद एसडीएम अजय यादव मौके पर पहुंचे और पूरे मामले को लेकर जानकारी हासिल की। इसके बाद मृतक के शव को वापस भिजवाया गया। इस पूरे घटनाक्रम में अहम बात यह निकली कि जिस व्यक्ति को मृतक बताकर उसका शव परिवारजनों को सौंपा गया, वह ठीक है और उसका इलाज चल रहा है।
गलती कैसे हुई, इसकी की जा रही जांच: एसडीएम
मौके पर पहुंचे एसडीएम यादव ने कहा कि यह गलती कैसे हुई है इसको लेकर जांच की जा रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह समय सभी के लिए मुश्किलों से भरा हुआ है, फिर भी गलती हुई है। जल्द ही यह गलती कैसे ही इसका भी पता लगा दिया जाएगा।
दोनों के नाम मिलते-जुलतेे होने से हुई चूक: सीएमओ
सीएमओ डॉ. राजन उप्पल ने कहा कि शुरुआती जांच में यह पता चला है कि दोनों के नाम मिलते-जुलते होने के कारण यह चूक हुई है। इसके अलावा कोई और कारण अभी तक पता नहीं चला है। फिलहाल विभाग की ओर से मामले की जांच की जा रही है।