जीवन ऋषि : धर्मशालाहिमाचल की दूसरी राजधानी धर्मशाला में देश भर के मुख्य सचिवों की कॉन्क्लेव का शुक्रवार को समापन हो गया। कॉन्क्लेव के दूसरे और अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य सचिवों से कई तरह की फीडबैक ली और केंद्र व राज्यों में विकासात्मक साझेदारी को बढ़ाने का मंत्र दिया। देश में पहली बार हुए इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य सभी राज्यों, यूटी को एक-दूसरे के करीब लाना रहा। प्रधानमंत्री ने इसमें यही संदेश दिया कि सभी राज्यों को टीम इंडिया बनकर काम करना है। सम्मेलन में शिक्षा, कृषि व शहरी विकास पर विस्तार से चर्चा हुई है।
धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में देशभर के टॉप ब्रेन पहुंचे थे। इनमेंकेंद्र, राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों के सीएस व विशेषज्ञों को मिलाकर कुल 200 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। शिक्षा के क्षेत्र में इस कॉन्क्लेव में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर खासतौर पर चर्चा हुई। वहीं दूसरा मुख्यबिंदु अर्बन गवर्नेंस का रहा। इसमें सभी प्रदेशों के एक्सपर्ट ने अपने अनुभव और योजनाएं शेयर कीं। तीसरा सेक्टर खेती था, जिसमें फसल विविधिकरण के जरिये आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने का संकल्प लिया गया।
सम्मेलन के परिणामों के बारे में नीति आयोग की संचालन परिषद की बैठक में चर्चा होगी। इस कॉन्क्लेव में कई प्रोजेक्टों पर एक्सपर्ट ने प्रस्तुति दी, जिसका लाभ आने वाले दिनों में पूरे देश को मिलेगा। बहरहाल इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने एक मंच पर पूरे देश में आ रही चुनौतियों को समझकर भविष्य का रोडमैप तैयार किया है। इससे यह भी तय हुआ है कि किस राज्य की क्या जरूरत है।
सम्मेलन के बाद मैकलोडगंज की सैर
तीन दिवसीय कॉन्क्लेव के समापन के बाद देशभर के एक्सपट्र्स में से कइयों ने मैकलोडगंज का दौरा किया। सभी ने मौसम में बदलाव के बाद आई ठंडक का लुत्फ उठाया और सुहावने मौसम का आनंद लिया। इसी बीच सायंकाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गगल हवाई अड्डे से दिल्ली लौट गए।