अशोक ठाकुर। इंदौरा: इंदौरा की पलाखी पंचायत में अवैध संबधों के चलते बेरहम मां ने सात साल के मासूम बेटे को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस की पूछताछ में में महिला और उसके प्रेमी देवर ने अपना जुर्म कबूल लिया है। महिला के पति बलबंत सिंह ने शुक्रवार को इंदौरा पुलिस स्टेशन में अपने 7 साल के बच्चे विनय की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जिसके चलते थाना प्रभारी सुरिंदर धीमान तुरंत अपनी टीम सहित मौक पर पहुंचे व तफ्तीश शुरू कर दी। इस बारे जब गांव वालों से व उसके छोटे भाई सेवा सिंह और पत्नी पूना देवी से पूछताछ की गई तो उनके बयान अलग-अलग पाए गए, जिसके चलते पुलिस ने दोनों को थाना इंदौरा तलब किया। वहां पर दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। मां ने बताया कि वह शुक्रवार सुबह विनय उर्फ युद्धवीर को घर से दूर जंगल में गई, जहां उसने देवर के साथ मिलकर उसका गला दबाकर मार डाला और गहरी खाई में फेंक दिया।
पुलिस ने शनिवार को बच्चे के शव को खाई से बरामद किया। मृतक बच्चे के पिता ने बताया कि विनय ने दोनों को अपत्तिजनक हालत में देख लिया था और उनकी करतूत का भंडाफोड़ करने की धमकी दी थी। इस पर दोनों ने अपने गुनाह छिपाने के लिए बच्चे की हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार महिला और आरोपी देवर के बीच काफी लंबे वक्त से अवैध संबंध चल रहे थे।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए तुरंत गिरफ्तार लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए नूरपुर के सरकारी अस्पताल में भेज दिया है। वहीं डीएसपी ओंकार सिंह का कहना है कि पीडि़त बाप की शिकायत पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।
दो मासूमों से छीनी मां की गोद
आरोपियों के अवैध संबंधों की जानकारी न केवल उनके बेटे को थी बल्कि पूरा गांव इससे वाकिफ था। आरोपी महिला के तीन बच्चे थे, जिनमें दो बेटे और एक बेटी है। फिलहाल इस पूरे वाक्या में जहां एक बाप ने अपना मासूम बेटा खो दिया है वहीं अढ़ाई साल की मासूम बच्ची को भी मां से दूर रहना पड़ेगा।