स्वारघाट । राजेंद्र ठाकुर
गत दिनों गोबिंद सागर झील में मोटरबोट सहित पलटे खुलवीं के चालक प्रदीप के परिजन 3 दिन बीत जाने के बाद भी प्रदीप का शव न ढूंढ पाने से निराश हैं।
परिजनों का कहना है कि मोटरबोट का पता चल गया है, लेकिन प्रशासन सहित बीबीएमबी के पास पर्याप्त उपकरण न होने से मोटरबोट को खींचा नहीं जा सका है। उनका कहना है कि हो सकता है कि प्रदीप का शव भी कहीं मोटरबोट के साथ फंसा हो लेकिन मोटरबोट पानी से बाहर निकालने के उपकरण न होने से रेस्क्यू आपरेषन मजाक बना हुआ है।
परिजनों का यह भी कहना था कि गोबिंद सागर झील में मोटरबोट करीब 100 फीट पर फंसी हुई है, लेकिन बी बी एम बी के गोताखोर 50 फीट से नीचे नहीं जा रहे हैं, तो बुलाई गई एन डी आर एफ की टीम के गोताखोर की रेंज भी इतनी ही है तो ऐसे में मोटरबोट और प्रदीप के शव को आखिर कैसे निकाला जा सकता है।