शकील कुरैशी : शिमला
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि सरकार इस समय चारों तरफ से घिरी हुई है। सदन से बाहर अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुकेश ने कहा कि प्रदेश में खनन माफिया व शराब माफिया का राज हो गया है। एक तरफ से यहां पर माफियाराज चल रहा है जिसपर सरकार अंकुश लगाने में नाकाम रही है। मुकेश कांग्रेस विधायकों के सदन से वॉकआउट करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार पूछ रहा है कि सरकार खनन माफिया के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है। पुलिस कहीं पर भी कोई एक्शन नहीं ले रही। अवैध रूप से पटाखे की फैक्टरी चल रही थी जिसकी कोई जानकारी सरकार को नहीं थी।
उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं की बात मुख्यमंत्री कर रहे हैं वह धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रही। धरातल पर ये योजनाएं होतीं तो चारों सीटों पर लोग भाजपा को जिताते लेकिन लोगों ने उसे चारों सीटें हरा दीं। उन्होंने कहा कि अब दिन दूर नहीं है जब विधानसभा के चुनाव आएंगे और जनता भाजपा सरकार को उसकी असल जगह पर पहुंचा देगी। मुकेश ने कहा कि राज्यपाल अभिभाषण पर जो दस्तावेज दिया गया है वो पूरी तरह से झूठ है और झूठ से ज्यादा कुछ नहीं है।
तीन दिन के अवकाश के बाद बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। कार्यवाही के दौरान पहले कुछ सदस्यों ने अभिभाषण पर चर्चा में भाग लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सिलसिले वार तरीके से विपक्ष ने चर्चा के दौरान उठाए मुद्दों का जवाब देना शुरू किया। जयराम ठाकुर ने विपक्ष द्वारा उठाए गए कर्ज के साथ-साथ शराब के ठेकों की नीलामी व अवैध खनन के मामले का भी जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध खनन रोकने के लिए सरकार ने ऊना में ५ चेकपोस्ट बनाई है मगर यहां संगठित तरीके से अवैध खनन का धंधा हो रहा है। सरकार ने इस पर कार्रवाई के आदेश दिए हंै। अवैध खनन करने पर ५ लाख का जुर्माना व 2 साल कैद का प्रावधान भी है। अवैध खनन करने वालों की संपत्ति जब्त करने का निर्णय भी सरकार ने लिया है।
इस पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा कि क्या पुलिस को अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई न करने के आदेश हैं क्योंकि पुलिस ऐसे मामलों में कार्रवाई नहीं कर रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने अवैध खनन के मामले में 110 एफआईआर की हैं और 6036 चालान भी किए है।
अवैध खनन में बड़े-बड़े लोग शामिल हैं। इसपर से पर्दा उठेगा तो मालूम होगा। इससे पहले विपक्ष ने 2018.19 तक वर्तमान सरकार द्वारा लिए गए कर्जों के साथ-साथ शराब के ठेकों की नीलामी न होने पर भी सवाल खड़े किए। इससे पहले कि मुख्यमंत्री चर्चा का जवाब समाप्त कर पाते विपक्षी कांग्रेस के सदस्य सदन से नारेबाजी करते हुए बाहर चले गए।