चंद्रमोहन चौहान। ऊना : हमेशा अपराध को लेकर सुर्खियों में रहने वाले जिला ऊना में भले ही बीते दो वर्षों में हत्या के मामले में दहाई का आंकड़ा पार कर गई थी, लेकिन वर्ष 2019 में हत्या का ग्राफ 70 प्रतिशत गिरा है। एक अनुमान के अनुसार पूरे वर्ष भर में हर तीन माह बाद एक हत्या का मामला सामने आया है।
इन हत्याओं मेें से दो मामले ऊना सदर के हैं, जबकि एक-एक मामला बंगाणा व गगरेट थाना के तहत पेश आया है। सबसे निर्मम हत्या का मामला सदर थाना ऊना के तहत डंगोली में पेश आया था, जहां पर 15 वर्षीय नाबालिग किशोर का गला घोंट कर जमीन में दफन कर दिया था। अगर आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए, तो वर्ष 2017 व 18 में हत्या के कुल 13-13 मामले दर्ज हुए थे। जबकि 2019 में मात्र चार मामले दर्ज हुए हैं। वर्ष 2017 में ऊना सदर के तहत 7, हरोली मेें 4 व बंगाणा में एक मामला दर्ज हुआ है। जबकि अंब, गगरेट, चिंतपूर्णी में एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है।
वहीं 2018 में ऊना सदर थाना के तहत पांच, हरोली में चार, बंगाणा में दो और अंब व चिंतपूर्णी में एक-एक मामला दर्ज हुआ है। गगरेट थाना ऐसा है, जहां पर एक भी हत्या का मामला दर्ज नहीं हुआ है। वहीं अगर इस वर्ष की बात की जाए, तो मात्र चार मामले दर्ज हुए हैं। जिनमें से दो ऊना सदर थाना और बंगाणा व गगरेट में एक-एक मामला दर्ज हुआ है। वर्ष 2019 में सबसे निर्मम हत्या डंगोली में हुई, जहां पर एक निर्माणाधीन मकीन के समीप 15 वर्षीय प्रवासी किशोर का गला घोंट कर जमीन में दफना दिया था। जमीन में दबी पैर की ऊंगुलियां दिखाई देने के कारण किशोर का पता चल पाया।
इसके अलावा ऊना सदर थाना के तहत बहड़ाला में हत्या का एक मामला सामने आया, जहां पर पैसे के लेनदेन को लेकर करीब 28 वर्षीय युवक को ट्रक के नीचे रौंदकर मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं बंगाणा थाना के तहत खुरवाई में एक हत्या का मामला सामने आया, जहां पर मामूली कहासुनी के बाद 40 वर्षीय व्यक्ति पर डंडो से हमला कर लहुलूहान कर दिया। हमले में घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया, जहां पर व्यक्ति की मौत हो गई।
वहीं वर्ष का चौथा मामला गगरेट थाना के तहत लोहारली में पेश आया। जहां पर जमीनी विवाद को लेकर उपप्रधान को शराब में जहरीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया था, जिसके बाद उपप्रधान की मौत हो गई। हत्या के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। कुल मिलाकर देखा जाए, तो इस वर्ष हत्या के वारदात में काफी कमी आई है।
क्या कहते है एएसपी
एएसपी विनोद कुमार धीमान का कहना है कि जिला ऊना में पिछले दो वर्षों के मुकाबले काफी कमी आई है। वर्ष 2019 में कुल चार मामले हत्या के दर्ज किए गए हैं। सभी मामलों को ट्रेसआऊट कर लिए गए हैं। पुलिस द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है।