हिमाचल दस्तक। गोहर
नाबार्ड ने जिला की छम्यार पंचायत के केवली और संगरयार गांव को गोद लिया है। शुक्रवार को जिला विकास प्रबंधक सोहन प्रेमी की अध्यक्षता में रजवाड़ी में एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें क्षेत्र में नाबार्ड के पूर्व में किए गए विकास कार्यों की समीक्षा की गई।
इस मौके पर नाबार्ड की डीडीएम सोहन प्रेमी ने लोगों से विकासात्मक कार्यों के लिए राय भी ली और चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि संगरयार केवली वाटरशेड प्रोजेक्ट का द्वितीय चरण शुरू किया जा रहा है।
क्षेत्र में टैंक, कूहल, पौधरोपण जैसे अनेक कार्यों के लिए एक वर्ष में 12 लाख 60 हजार की राशि व्यय हो रही है। सोहन प्रेमी ने केवली संगरयार में नाबार्ड द्वारा अंबूजा सीमेंट के सहयोग से किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रबंधक कमेटी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
वाटरशेड केवली संगरयार के मुखिया दिनेश कुमार ने कहा कि गांव के आसपास ग्रामीणों के उत्थान के लिए फलदार व अन्य प्रजातियों के पौधे रोपे जा रहे हैं, जिसमें चारे को चौड़ी पत्ती, इमारती लकड़ी, बंदरों के आतंक पर वनों में फलदार पौधरोपण पर विशेष प्राथमिकता दी जी रही है।
चेकडैम जल संग्रह कार्य भी प्रगति पर है। इस अवसर पर वन विभाग के ब्लॉक अधिकारी, ग्रामीण बैंक हटगढ़ के मैनेजर समेत केवली संगरयार वाटरशेड के पदाधिकारियों ने विकासात्मक योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी।
नाबार्ड के सहयोग से लोगों को घर-द्वार बैंकिंग सुविधा देने को ग्रामीण बैंक हटगढ़ को मोबाइल वैन मुहैया करवाई गई है जिसका भरपूर लाभ स्वयं सहायता समूहों व गरीब लोगों को घर-द्वार पर मिलना शुरू हो गया है। विकास कार्यों में अंबूजा सीमेंट कंपनी नाबार्ड के साथ सहयोग कर रही है।