शैलेश सैनी। नाहन
पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की तेजतर्रार भाजपा नेत्री रही दयाल प्यारी वीरवार को कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय स्थित हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन बंसल की मौजूदगी में दयाल प्यारी ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
जैसे ही दयाल प्यारी के कांग्रेस में शामिल होने की खबर आई, पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में एकदम से हलचल मच गई है। पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाली दयाल प्यारी के कांग्रेस में आने से कई राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
बता दें कि पच्छाद विधानसभा के उपचुनाव में बीजेपी से बगावत करने के बाद दयाल प्यारी ने बतौर निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने सांसद बनने के बाद विधायक के पद से इस्तीफा दिया था। कांग्रेस के शीर्ष नेता गंगूराम मुसाफिर को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है।
विधानसभा के उपचुनाव में हालांकि दयाल प्यारी तीसरे स्थान पर रही थीं, लेकिन बतौर निर्दलीय 11 हजार से अधिक वोट हासिल कर अपनी ताकत का अहसास करवा दिया था।
कांग्रेस ने भी अब दयाल प्यारी को अपने पाले में लाकर दलित कार्ड खेला है। उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी भाजपा की रीना कश्यप को 22,048 वोट हासिल हुए थे, जबकि कांग्रेस के गंगूराम मुसाफिर ने 19,306 मत प्राप्त किए थे।
वहीं दयाल प्यारी ने अकेले ही अपने दम पर उस समय 11,651 वोट हासिल किए थे, जब पूरी भाजपा सरकार ने उपचुनाव में जोर लगा रखा था। अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाली 3 बार जिला परिषद का चुनाव जीत चुकी दयाल प्यारी एक बार जिला परिषद की अध्यक्ष भी रही हैं।