राजीव भनोट। ज्वालामुखी:
केंद्र सरकार ने सड़क सुरक्षा को लेकर नया मोटर व्हीकल एक्ट बनाया है, जिसमें अधिक जुर्माने का प्रावधान है। हिमाचल प्रदेश में इस एक्ट को लागू करने के लिए नया मोटर व्हीकल एक्ट विधानसभा में लाकर पास करवाया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कही। मुख्यमंत्री मंगलवार देर शाम हिमाचल दस्तक व परिवहन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा पेंटिंग प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मां बगलामुखी का स्मृति चिन्ह भेंट कर हिमाचल दस्तक के एमडी केपी भारद्वाज ने सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए पहल कोई और करेगा, यह सोचने की बजाय हमें खुद से ही शुरूआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े आंदोलन कानून बनाकर सफल नहीं हुए हैं, बल्कि जनता की सहभागिता ने जागरूकता लाकर ऐसे आंदोलनों को सफल बनाया है।
सीएम ने कहा कि हिमाचल दस्तक ने ऐसे विषय पर प्रदेश में जागरूकता फैलाने का काम किया है, जो आज के समय की जरूरत है। सड़क हादसे जब होते हैं, तो मन व्यथित होता है।
उन्होंने नुरपुर व बंजार हादसे को याद करते हुए भावुकता के साथ कहा कि जीवन बहुमूल्य है और इसकी रक्षा के लिए सभी को जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि मात्र कानून सख्त बनाने से सड़क हादसों पर कंट्रोल नहीं किया जा सकता। सभी को खुद यातायात नियमों की पालना करने का प्रण लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून को हम जितना मर्जी सख्त बना लें, लेकिन मात्र कानून सख्त करने से ही सड़क सुरक्षा हासिल नहीं हो सकती।
सीएम ने कहा कि मुझे दुबई, जर्मनी व नीदरलैंड जाने का मौका मिला, जहां पर हमने देखा कि कोई पुलिस का आदमी सड़कों पर नहीं था। इसके विपरित भारत में तो हर चौक पर पुलिस कर्मी तैनात होता है। कारण हम ही यातायात नियम का पालन नहीं करते हैं।
विदेश में कहीं भी दुर्घटना होती है, तो पांच मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंचती है। क्योंकि उस समाज में कानून का इंपेक्ट है। ये सच्चाई है भारत और विदेश की। उन्होंने कहा कि यहां विदेशों जैसी मनोस्थिति बनने में काफी वक्त लगेगा। आवश्यक यही है कि हम अपने आपसे से इतना प्रण लें कि यातायात नियम नहीं तोडेंग़े।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हमें जीवन में सीखना चाहिए, वो चाहे बड़ा सिखाए या कोई छोटा। कई बार होता है कि बच्चे अपने पिता से कहते हैं हेलमेट व सीट बेल्ट लगा लो। ऐसे में कइयों के मन में ख्याल आता है कि एक छोटा बच्चा मुझे सीखा रहा है। लेकिन यह सोच न रखते हुए अपने-आप कानून की पालना करनी चाहिए।
सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान चलाने की जरूरत
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस प्रकार प्रदेश में साक्षरता को लेकर अभियान चलाया गया और आज केरला के बाद हिमाचल ऐसा दूसरा राज्य है, जहां साक्षरता सबसे ज्यादा है। ठीक उसी प्रकार हमें सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान चलाने की जरूरत है, ताकि प्रदेश में सड़क हादसों पर नियंत्रण पाया जा सके।
जनसहभागिता जरूरी
जयराम ठाकुर ने कहा कि कोई भी अभियान तब तक सफल नहीं होता, जब तक जनसहभागिता न हो। उन्होंने कहा कि चाहे यायायात नियम, चाहे सफाई, चाहे शिक्षा या फिर कोई भी अभियान हो, उसे सफल बनाने के लिए लोगों की सहभागिता बहुत जरूरी है। ऐसे ही हमें सड़क सुरक्षा अभियान को सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग चाहिए।