ललित ठाकुर। पधर
केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई नई परमिट नीति के विरोध में मां हिमरी गंगा टैक्सी ऑपरेटर यूनियन पधर और द साल्ट वैली टैक्सी ऑपरेटर यूनियन कुन्नू के टैक्सी ऑपरेटरों ने एसडीएम पधर शिव मोहन सिंह सैनी के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा।
ज्ञापन में लिखा है कि केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई परमिट फीस को कई गुना बढ़ा दिया गया है। इसमें 500 का परमिट 25 हज़ार और 750 का परमिट 75 हजार किया गया है।
टैक्सी ऑपरेटरों ने कहा कि कोरोनाकाल में टैक्स माफ करना, गाड़ियों का टैक्स एक जगह करना, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस को एक बार लेना, राज्य की गाड़ी का ग्रीन टैक्स माफ करना, सरकारी विभाग की टेंडर पॉलिसी किसी एक आदमी को न देकर नजदीकी यूनियन या यूनियनों को देना, गाड़ी आरसी पर बैंक का नाम डालने का अतिरिक्त चार्ज शामिल है।
इसी के साथ जो गाड़ी के कागजात का नवीनीकरण किया जा रहा है, को पेनल्टी के साथ लिया जा रहा है, जबकि केंद्र सरकार के आदेश हैं कि 30 जून तक किसी भी कागजात के नवीनीकरण का कोई भी अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा।
दूसरी तरफ बैंक वाले परेशान कर रहे हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में टैक्सी परमिट बेरोजगार को दिया जाता है अब वह बेरोजगार इतनी भारी-भरकम रकमें कहां से देगा।
इस संबंध में यूनियनों के जिला संगठन ने सरकार व संबंधित विभाग से कई बार पत्रचार किया व बातचीत के लिए समय भी मांगा जिसका सरकार व विभाग ने कोई जवाब नहीं दिया, जिस पर संगठन ने 3 मई से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। हड़ताल के दौरान किसी भी सवारी वाहन को जिला में चलने नहीं दिया जाएगा। चाहे वह राज्य का हो या राज्य से बाहर का।
टैक्सी ऑपरेटरों ने दो टूक कहा है कि हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मान लेती। इस दौरान विकास कटोच, मनीष, नीतीश, बेली राम, जय सिंह सहित अन्य टैक्सी ऑपरेटर मौजूद रहे।