चंद्रमोहन चौहान। ऊना : जर्मन मूल की एजी डॉटर्स कंपनी ऊना में कूड़े-कचरे बिजली, पानी व ईंधन बनाने के अपने प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए चाहे प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री ने कंपनी को फिलहाल भूमि को लेकर कोई जवाब या आश्वासन न दिया हो, लेकिन कंपनी प्रबंधन अपने 400 करोड़ के प्रोजेक्ट का स्थापित करने के लिए हर प्रयास करते दिखाई दे रही है।
वीरवार को कंपनी के प्रबंधक अजय गिरोत्रा ने अपनी टीम के साथ ऊना पहुंचकर नगर परिषद कार्यालय में अध्यक्ष अमरजोत बेदी से बैठक की। इस दौरान कंपनी व परिषद दोनों एक मत दिखे कि यह महत्वकांशी प्रोजेक्ट ऊना में लगना चाहिए, जिससे कूड़े कचरे की दिक्कत खत्म होगी। इस दौरान कंपनी के प्रबंधन अजय गिरोत्रा ने कहा कि नगर परिषद के साथ समझौता हुआ था और मुख्यमंत्री के साथ भी हम मिले है। हम चाहते है कि यह प्रोजेक्ट तय समय में स्थापित किया जाए। बैठक में यह सहमति भी हुई कि प्रदेश सरकार के समक्ष इस मामले को उठाया जाएगा और यदि सरकारी भूमि नहीं मिलती है, तो निजी क्षेत्र में संभावानाए तलाशी जाएगी, ताकि 400 करोड़ का निवेश हो सके।
उद्योग विभाग द्वारा प्रोजेक्ट को लगाने के लिए दिलचस्पी न दिखाने को लेकर कंपनी के एमडी अजय गिरोत्रा ने विश्वास दिलाया कि उनके इस प्रोजेक्ट से न ही धुंआ निकलेगा और न ही कूड़ा कचरा फैलेगा। उन्होंने कहा कि जिस तकनीक को इस प्लांट में प्रयोग किया जाना है वो तकनीक नासा जैसे क्षेत्र में प्रयोग हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर प्लांट लगाने के बावजूद भी उनके प्लांट से कोई मुश्किल पैदा होती है, तो विभाग अगले दिन ही उनके प्लांट को बंद करवा सकती है। वहीं नगर परिषद ऊना के अध्यक्ष बाबा अमरजोत सिंह बेदी ने प्रदेश सरकार से ऊना जिला में इस प्लांट को स्थापित करवाने के लिए सहयोग की मांग उठाई है। अमरजोत बेदी ने कहा कि इस प्लांट के स्थापित होने से ऊना जिला कचरा मुक्त होगा।
ये है पूरी कहानी बता दें कि इस योजना को लेकर जर्मनी की एजी डॉटर्स कंपनी ने करीब पौने दो साल पहले नगर परिषद ऊना के साथ एमओयू साइन किया था, जिसके तहत कंपनी द्वारा जिला ऊना की करीब 27 पंचायतों और 3 कस्बों का कूड़े कचरे का दोहन कर उससे बिजली, पानी और ईंधन तैयार करना था। लेकिन सरकार का सहयोग न मिल पाने के कारण एजी डॉटर्स कंपनी के चेयरमैन ने सीएम जयराम ठाकुर को पत्र लिख इस प्रोजेक्ट को छोडऩे की बात तक की थी, लेकिन कंपनी के अधिकारीयों की अब ऊना नगर परिषद के अध्यक्ष बाबा अमरजोत सिंह बेदी से हुई बैठक के बाद एक बार यह योजना आगे बढऩे की उम्मीद जगी है।
दरअसल इस प्लांट को लगाने से जिला ऊना में करीब 400 करोड़ का विदेशी निवेश होना है। जुलाई 2018 में ऊना जिला में एजी डॉटर्स जो कि जर्मनी की कंपनी ने नगर परिषद ऊना के साथ एमओयू साइन करके सॉलिड वेस्ट एनर्जी प्रोजेक्ट लगाने की इच्छा व्यक्त की थी। इस प्रोजेक्ट के तहत कंपनी ने सरकार से प्लांट लगाने के लिए 8 से 10 हजार स्क्वेयर मीटर भूमि की मांग की गई थी, जो कि सिरे नहीं चढ़ पाई।