जय प्रकाश। संगड़ाह
हिमाचल प्रदेश कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी के एक बयान के बाद हरिपुरधार में बनने वाली सब्जी मंडी को लेकर एक बार फिर विवाद पैदा हो गया है। भंडारी ने हरिपुरधार में मंडी के नाम पर एक सब्जी संग्रह केंद्र बनाने की बात कही, जिसके लिए उन्होंने केवल 40 से 50 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
नौहराधार मंडी के लिए 2 करोड़ देने का हालांकि हरिपुरधार क्षेत्र के लोगो ने स्वागत किया है, मगर हरिपुरधार में मंडी के नाम पर बनाए जाने वाले संग्रह केंद्र का क्षेत्र के लोगों ने विरोध किया है। क्षेत्रवासियों ने आरोप लगाया है कि, जिस तरह से हरिपुरधार के लिए 40 लाख रुपए देने की घोषणा की गई है इससे यह बात साफतौर पर जाहिर होती है कि, विपणन बोर्ड अथवा सरकार की हरिपुरधार में सब्जी मंडी बनाने की मंशा ही नही है। सरकार की मंशा पर इसलिए भी सवाल उठ रहे है क्योंकि हरिपुरधार में जब लोगो ने मंडी के लिए 5 बीघा जमीन दी है, तो निर्माण कार्य के लिए 40 लाख ही क्यों। जबकि नौहराधार में लोगो ने इसके लिए केवल 3 बीघा जमीन दी है तथा वहां पर मंडी के निर्माण के लिए 2 करोड़ की घोषणा की गई है।
क्षेत्रवासियों ने कहा की, हरिपुरधार क्षेत्र का व्यापारिक केंद्र है और यहां पर लहसून, मटर, आलू, मिर्च व फ्रांसबीन आदि सब्जियो का बड़ा कारोबार होता है। यहां पर बड़ी सब्जी मंडी की सख्त आवश्यकता है। यदि सरकार मंडी का निर्माण करती है तो ठीक है, अगर मंडी बनाने में सरकार असमर्थ है तो उनकी 5 बीधा जमीन सरकार उन्हें वापस लौट दें। उधर कृषि विपणन बोर्ड अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने कहा कि, हरिपुरधार में उपलब्ध करवाई गई जमीन टेक्निकल कमेटी द्वारा सब्जी मंडी के लिए उपयुक्त नही पाई गई। उन्होंने कहा कि, सब्ज़ी मंडी के लिए रोड साइड पर समतल जमीन होना जरूरी है। गौरतलब है कि, गत दिनों हरिपुरधार मे सब्जी मंडी की शिलान्यास पट्टिका तोड़ी जाना भी चर्चा मे रहा।