हिमाचल दस्तक ब्यूरो। नाहन
2011 बैच के आईपीएस अधिकारी ओमापति जम्वाल जिला सिरमौर पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभालने के बाद बुधवार को पत्रकारों से रू-ब-रू हुए।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि इससे पहले भी सिरमौर के पुलिस अधिकारियों द्वारा साइबर क्राइम आदि को लेकर बहुत बढिय़ा कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय क्राइम की परिभाषा बदल चुकी है।
आज के दौर में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम की मार्फत ठगी के मामले चुनौती बनकर सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह कोई बड़ी चुनौती नहीं है। प्रदेश और सिरमौर की पुलिस साइबर क्राइम के मामलों से निपटने को लेकर पूरी तरह से सक्षम है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान में तेजी लाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि जागरूकता में सोशल मीडिया का सहारा भी लिया जाएगा। यही नहीं शॉर्ट फिल्म बनाकर लोगों को साइबर क्राइम, ऑनलाइन ठगी, ऑनलाइन हनी ट्रैपिंग जैसे अपराधों से कैसे बचा जाए उसको लेकर अभियान चलाए जाएंगे। हालांकि मौजूदा समय जिला सिरमौर की ट्रैफिक व्यवस्था अपना बेहतर प्रदर्शन कर रही है, बावजूद इसके बाहरी राज्यों से प्रदेश की सीमा द्वारों पर सघन जांच अभियान भी चलाए जाएंगे।
एंट्री पाइंट व सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरा आदि को दुरुस्त कर नियमित रूप से उनका विश्लेषण भी किया जाएगा। इसके साथ-साथ ओमापति जम्वाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे यातायात नियमों का एक जागरूक नागरिक होने के नाते पूरी जिम्मेवारी के साथ अनुपालन करें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो यातायात के पूरे नियम अपनाते हैं, उनके लिए न पहले जुर्माना का प्रावधान था और न ही आगे होगा। मगर ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता सिरमौर जिले में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रखना है। जिसमें हिमाचल पुलिस खासतौर से सिरमौर पुलिस एक मित्र पुलिस की भूमिका में नजर आएगी, मगर अवैध कारोबारियों और अपराधियों के लिए किसी खौफ से भी कम नहीं होगी।
उन्होंने खासतौर से व्यापारी वर्ग से अपील करते हुए कहा कि वे अपनी दुकानों और संस्थानों के बाहर सीसीटीवी कैमरा जरूर लगाएं। इसके साथ-साथ मौजूदा समय जिस तरीके से प्रदेश सरकार कोरोना संकट को लेकर कार्य कर रही है उसमें जो नियम सरकार के द्वारा जारी किए गए हैं, उनका भी पालन जरूर करें।