अरुण नेगी : किन्नौर।
किन्नौर में निगुलसरी से चौरा के बीच करीब 10 किलोमीटर का सफर जान जोखिम भरा हो गया है। पिछले कुछ माह से इस क्षेत्र में लगातार भूस्खलन हो रही है। एक तरफ भूस्खलन का होना अत्यधिक बारिश भी माना जा रहा है। लेकिन इस तरह बार बार भूस्खलन से जहां जिला के पर्यटन क्षेत्र को भी असर पड़ सकता है वहीं मटर,सेब व अन्य नकदी फसल को मंडी तक पहचाना बागवानों व किसानों के लिए चुनोती भरा है।
मंगलवार सुबह भी चौरा के पास भारी चट्टान खिसकने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। मार्ग अवरुद्ध वहीं हुआ है जहां इस से पूर्व भी उसी क्षेत्र के आसपास दो बार स्लाइड हो चुका है। लोग भी आवश्यक हो तभी सफर कर रहे है फिर भी डर है कि कब कहां भूस्खलन हो जाए।
बहरहाल एनएच प्राधिकरण जान जोखिम में डाल मार्ग बहाली में लगी है। इस बारे में डीसी किन्नौर आविद हुसैन सादिक़ ने कहा कि आईआईटी मंडी व रूड़की ने कहा कि निगुलसरी व चोरा भूस्खलन क्षेत्र में अलार्म सिस्टम लगाने को कहा है पूरा प्रपोजल बना कर सरकार के पास भेजा गया है