हिमाचल दस्तक। नाहन:
जिला मुख्यालय नाहन में सोमवार को जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ जिला सिरमौर ने सडक़ों पर उतरकर रोष प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि जेबीटी के रिक्त पदों को भरने के लिए हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा मांगे गए आवेदन में बीएड डिग्री धारकों को भी शामिल किया गया है, जोकि नियमानुसार नहीं है। संघ ने जेबीटी पदों के भरने के लिए केवल जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षुओं को प्राथमिकता देने की बात कही। संघ ने चेताया कि यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती तो विरोध प्रदर्शन और उग्र किया जाएगा।
जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के बैनर तले सोमवार को जेबीटी प्रशिक्षु रानीताल, पक्का टैंक, गुन्नुघाट, मालरोड़, चौगान, नया बाजार, कालीस्थान तालाब, शहीद स्मारक से होते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। इस दौरान प्रशिक्षुओं ने जमकर नारेबाजी की। संघ ने डीसी ऑफिसर परिसर में भी धरना दिया। यहां पर डीसी सिरमौर के माध्यम से संघ ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल, शिक्षा मंत्री और एनसीटीई को ज्ञापन भेजा। संघ पदाधिकारियों ने जेबीटी कमीशन में एनसीटीई की अधिसूचना के अनुसार बीएड को शामिल न करने की मांग की।
संघ पदाधिकारियों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षित करीब 25 हजार प्रशिक्षु हैं। प्रदेश के स्कूलों मे जेबीटी के करीब 3500 पद रिक्त हैं। इन खाली पदों को भरने के लिए जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षुओं को ही प्राथमिकता दी जाए। संघ इसके लिए सरकार से कई बार आवेदन कर चुका है। पदाधिकारियों ने तर्क दिया कि जेबीटी,डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा प्राथमिक स्तर पर सभी विषयों को पढ़ाने का प्रशिक्षण लिया जाता है। जबकि बीएड प्रशिक्षुओं द्वारा माध्यमिक और उच्च स्तर पर किन्ही दो विषयों में पढ़ाने का प्रशिक्षण लिया जाता है। ऐसे में जेबीटी पद के लिए केवल जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षु की सही मायनों में उपयोगी है।
जेबीटी पदों को भरने के लिए इसमें बीएड डिग्री धारकों को शामिल किया जाना जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ और प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे जेबीटी प्रशिक्षुओं के साथ अन्याय है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर जिला अध्यक्ष तनुज कुमार, महासचिव रिंकू कुमार वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवराज ठाकुर के अलावा भारी संख्या में जेबीटी, डीएलएड प्रशिक्षित प्रशिक्षु और वर्तमान जेबीटी प्रशिक्षु उपस्थित थे।