चंद्र ठाकुर । नाहन : विधानसभा उपचुनाव की हॉट सीट पच्छाद लिए जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे प्रत्याशियों की धुकधुकी बढऩी शुरू हो गई है। विधानसभा क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि लगातार 7 बार जीत का सत्ता लगाने वाले कांग्रेस प्रत्याशी जीआर मुसाफिर क्या इस मर्तबा अपनी हार की हैट्रिक टाल पाएंगे।
जीआर मुसाफिर ने 1982 में बतौर आजाद उम्मीदवार चुनाव लड़ा और जीता भी। इसके बाद 1985 से लेकर 2007 तक वह लगातार 7 बार कांग्रेस से विजय रहे । 2007 में उनके इस विजय रथ को भाजपा भाजपा के प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने रोका। सुरेश कश्यप ने 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की और कांग्रेस प्रत्याशी जीआर मुसाफिर को दो बार लगातार हार का मुंह देखना पड़ा। अब देखना यह है कि 21 अक्तूबर को होने वाले इस चुनावी रण में क्या पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की जनता मुसाफिर के पक्ष में वोट करती है या फिर उनकी हार की हैट्रिक लगेगी। हालांकि निर्दलीय उम्मीदवार दयाल प्यारी के चुनाव रण में उतरने से मुकाबला तिकोना हो गया है और कांग्रेस प्रत्याशी जीआर मुसाफिर को जीत की उम्मीद जगी है। बहरहाल ऊंट किस करवट बैठता है यह तो 24 को चुनाव नतीजे ही तय करेंगे।
आचार संहिता उल्लंघन के आरोप लगाए
नाहन। भाजपा चुनाव जीतने के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी सराहां व राजगढ़ में पानी की पाइपों की सप्लाई कर रही है। कांग्रेस प्रत्याशी गंगूराम मुसाफिर ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ठाकुर महेंद्र सिंह को तत्काल पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से हटाए, नहीं तो प्रदेश सरकार व महेंद्र सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। मुसाफिर ने कहा कि उन्होंने इस बारे में सहायक निर्वाचन अधिकारी व सराहां पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा दी है।
मुसाफिर ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी महेंद्र सिंह ठाकुर जब लोक निर्माण मंत्री थे तो उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान विधानसभा क्षेत्र में जेसीबी मशीनें तैनात की थी और चुनाव खत्म होते ही वह सारी मशीनें वापस चली गई थी। न ही सड़कों का निर्माण हुआ ना ही कोई कार्य हुआ। इसी तरह आजकल विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान ठाकुर महेंद्र सिंह बागवानी व सिंचाई विभाग के पाइपों को सराहां व राजगढ़ में मंगवा रहे हैं, जोकि आचार संहिता का उल्लंघन है।