ललित ठाकुर। पधर
बाल विकास परियोजना द्रंग के सौजन्य से शुक्रवार को पोषण पखवाड़ा अभियान के तहत ग्राम पंचायत उरला में पोषण मेला मनाया गया। इसकी अध्यक्षता बाल विकास परियोजना अधिकारी गीता बिष्ट ने की।
जिला परिषद सदस्य रविकांत बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि पंचायत समिति द्रंग के उपाध्यक्ष कृष्ण भोज बतौर विशेष अतिथि शामिल हुए। जिप सदस्य रविकांत ने नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पोषण बच्चों के बेहतर भविष्य और समृद्ध समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है।
पंचायत समिति द्रंग के उपाध्यक्ष कृष्ण भोज ने कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए जागरूकता ही एक सही माध्यम है। आईसीडीएस विभाग इस दिशा में लगातार प्रयासरत है। सीडीपीओ गीता बिष्ट ने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक संतुलित आहार जरूरी है।
आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र उरला की प्रभारी डॉ. शबनम ने कहा कि संतुलित आहार के अभाव में खासकर बच्चों व स्त्रियों को कुपोषण का शिकार होना पड़ रहा है। कुपोषण के कारण बीमारियों से लड़ने की हमारी क्षमता कम हो जाती है।
शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनीमिया, शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच भी की गई। वहीं 6 माह के 2 शिशुओं को अन्नप्रासन करवाया गया। 3 माह की गर्भवती की गोदभराई की रस्म भी अदा की गई। एक बूटा बेटी के नाम कार्यक्रम के तहत पौधरोपण भी किया। पंचायत प्रधान ममता देवी और उपप्रधान हरीश कुमार ने भी कुपोषण को जड़ से मिटाने बारे लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया।