ललित ठाकुर। पधर
एक तरफ प्रदेश सरकार लोगों को स्वच्छ पेयजल पिलाने की बात करती नहीं थकती वहीँ दूसरी तरफ जल शक्ति विभाग पधर लोगों को गंदे नाले से पानी की सप्लाई कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा है। विभाग द्वारा लाखों रुपये खर्च कर फिल्टर बैंड तो बना दिए, लेकिन पानी फिल्टर न कर लोगों को पानी की सप्लाई सीधे नाले से दी जा रही है, जबकि फिल्टर बैंड शोपीस बन कर रह गए हैं।
यह कारनामा पिछले कई महीनों से चल रहा है, लेकिन विभाग मूकदर्शक बनकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा है। सरोंझ स्कूल के स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नागेंद्र कुमार ने कहा कि लालू पेयजल स्कीम से जल शक्ति विभाग लोगों को गंदे नाले से पानी पिला रहा है जिस कारण लोगों को कभी भी गंभीर बीमारी लग सकती है।
उन्होंने कहा कि नारला खड्ड और लालू नाला से पाइप लाइन बिछाई गई है और इन पाइपों को फिल्टर बैंड के बजाय सीधा स्टोर टैंक में डालकर आम जनता और हर पाठशालाओं के बच्चों को यह पानी दिया जा रहा है, जो बीमारी को संकेत दे रहा है। वही उन्होंने कहा कि 4 पंचायतों में पानी जाता है जबकि 10 पाठशालाओं के बच्चे भी इस पानी को पीते हैं।
आजकल भयंकर बीमारी कोरोना का भी खतरा है और जल शक्ति विभाग ने लालू नाला से पाइप लाइन बिछाई है, जो कि पानी बहुत ही गंदा है। उन्होंने सरकार व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से मांग की है कि विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि ये लोग लोगों की सेहत से खिलवाड़ न करें।
इस बारे में जब जल शक्ति विभाग के हरडगलू में तैनात कनिष्ठ अभियंता सोहन सिंह ने कहा की फिल्टर बैंड लीक हुए हैं और जल्द ही उसकी रिपेयर की जाएगी। लोगों को स्वच्छ पानी पिलाया जा रहा है। क्लोरीन की गोलियां और ब्लीचिंग पाउडर डालकर ही पानी की सप्लाई दी जा रही है।