हिमाचल दस्तक। बरोट
चौहार घाटी के हुरंग गांव निवासी व शौंकिया बतौर बांसुरी बजाने के इच्छुक भेड़पालक कमल ठाकुर की गत दिनों गंभीर बीमारी के कारण हुई मौत के चलते उसे ताउम्र याद रखने के लिए प्रदेश के प्रसिद्ध पहाड़ी गीतकार व ग्रामण गांव से संबंध रखने वाले मेद राम ने बिशली भी बाजी तें हामटा धारा हो कुल्लू डाही मांडी शुणाई हो कमल ठाकरा कुल्लू डाही मांडी शुणाई हो यादगार व दुख भरी नाटी गीत लिखा है।
मृतक कमल ठाकुर के नाटी गीत को प्रदेश के जाने-माने पहाड़ी नाटी किंग बीएस भारद्वाज ने अपनी सुरीली आवाज़ से पिरोया है। इस गीत को नीरज और निशांत ने अपने संगीत से ढाला है। मृतक कमल ठाकुर के इस नाटी गीत वीडियो को चुहार देव धुन यू-ट्यूब चैनल पर लांच कर दिया है।
इस वीडियो नाटी गीत में चौहारघाटी से संबंध रखने वाले अभिनय क्षेत्र में उभरते हुए कलाकार श्याम सिंह व घाटी के टिक्कन क्षेत्र से संबंध रखने वाली कुमारी अंजना ने अभिनय किया है।
गौरतलब है कि इससे पूर्व श्याम सिंह ने कई पहाड़ी वीडियो गाने में अभिनय कर बेहतरीन कार्य किया है। मृतक कमल ठाकुर की इस वीडियो नाटी में निर्माता की भूमिका सरोजनी ठाकुर तथा श्याम सिंह ने निभाई है।