अमित सूद। जोगिंद्रनगर
मंच से विकास के बड़े-बड़े दावे आज इस तस्वीर को देख निरस्त होंगे और क्या पता विकास की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेताओं की नींद भी खुले और इन लोगों की मांग को भी सुनें।
मामला जोगिंद्रनगर विधानसभा की ग्राम पंचायत रोपापधर के गांव बदन का है। इस गांव के लोगों को सड़क तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर से भी ज्यादा का सफर पैदल तय करना पड़ता है।
गांव की आबादी 250 के करीब है। बदन-1 के पार्षद विक्की कुमार, उपप्रधान होशियार सिंह ने बताया कि अलसुबह बदन गांव के बुजुर्ग देशराज की तबीयत खराब हो गई। ऐसे में परिजन इस सोच में पड़ गए कि अब इन्हें अस्पताल तक कैसे पहुंचाया जाए। कुछ देर सोचने के बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कुर्सी की पालकी तैयार की।
ग्रामीणों ने मरीज देशराज को कुर्सी की पालकी में बैठाकर उसे पैदल सफर तय कर सड़क तक पहुंचाया, ताकि देशराज को अस्पताल में उपचार मिल सके।
लोगों ने सरकार से इस गांव तक सड़क सुविधा देने की जोरदार मांग की है, ताकि मुश्किल के वक्त उन्हें अन्य मुसीबतों से छुटकारा मिल सके।