प्रतिमा चौहान : शिमला
पंचायत सचिव के रिजल्ट का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को झटका लगा है। अब रिजल्ट को 6 माह का इंतजार करना पड़ेगा। एचपीयू ने रिजल्ट तैयार करने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है। ऐसे में अब सितंबर में ही पंचायत सचिवों के रिजल्ट की उम्मीद है। दरअसल पंचायती राज विभाग की ओर से पंचायत सचिवों के रिजल्ट को घोषित करने के आदेश दिए थे। विभाग की ओर से एचपीयू को पत्र लिखा गया था। पत्र का जवाब देते हुए एचपीयू ने कहा था कि वो रिजल्ट घोषित कर देंगे, लेकिन काउंसिलिंग व अन्य प्रोसेस विभाग को ही पूरा करना होगा। इस पर पंचायती राज विभाग ने एचपीयू को पंचायत सचिव के रिजल्ट से लेकर दूसरे प्रोसेस को भी पूरा करने को कहा है।
ऐसे में एचपीयू ने पंचायत सचिव के रिजल्ट को निकालने के लिए 6 माह का समय मांगा है।
प्रदेश विवि को पंचायती राज विभाग ने सचिव पदों को भरने की जिम्मेदारी सौंपी थी। अक्तूबर 2021 में एचपीयू ने लिखित परीक्षा ली थी। 14 हजार अभ्यर्थियों ने पंचायत सचिव के पदों के लिए परीक्षा दी थी। उसमें से केवल 239 पदों को ही भरा जाना है। रिजल्ट में एचपीयू की वजह से हो रही देरी की वजह से कई सवाल खड़े होने लगे है। पंचायतों में 500 से ज्यादा सचिवों के पद खाली हैं। राज्य में इस समय 3226 पंचायतें हैं। उनमें से 426 पंचायतें नई पंचायतें हैं, जहां पर पंचायत सचिवों के पद भरे जाने हैं।
एक सचिव के पास दो व तीन पंचायतें
प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में एक सचिव की ड्यूटी २ व ३ पंचायतों में लगाई गई है। इस वजह से कई पंचायतों में मनरेगा से लेकर अन्य प्रोजेक्ट के कार्य भी ठप पड़े हुए हंै। ऐसे में पंचायती राज विभाग ने सरकार से सचिवों के और पदों को भरने की मंजूरी मांगी है।