- मिडल मैन बताएंगे, कहां से लीक हुआ था पेपर
- 1000 से ज्यादा अभ्यर्थियों तक पहुंच गया था प्रश्नपत्र
- अब तक की जांच में 60-80 करोड़ के लेनदेन की आशंका
मस्तराम डलैल : शिमला
पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र सिर्फ दो लोकेशन से लीक हो सकता है। पेपर लीक होने की आशंका की सुई सबसे ज्यादा पुलिस हेडक्वार्टर के इर्द-गिर्द घूम रही है। अगर इस मामले में हिमाचल पुलिस मुख्यालय पाक साफ निकलता है तो प्रश्नपत्र लीकेज का दूसरा सोर्स सिर्फ और सिर्फ प्रिंटिंग प्रेस हो सकता है। इसके अलावा तीसरी कोई ऐसी लोकेशन नहीं है जहां से प्रश्नपत्र लीक हुआ हो। लिहाजा मामले के मास्टर माइंड को तलाशने के लिए एसआईटी की टीम आरोपी अभ्यर्थियों के माध्यम से मिडल मैन तक पहुंच गई है।
अब मिडल मैन ही पेपर लीकेज का सोर्स सामने लाएंगे। अलबत्ता इस पूरे मामले को लेकर एसआईटी की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग गई है। हालांकि एसआईटी में शामिल किए गए अफसरों की गिनती राज्य के होनहार तथा काबिल पुलिस अधिकारियों में शुमार है। बावजूद इसके अब यह सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं कि खुद पर लगे आरोपों के सुबूत क्या खुद पुलिस तलाश पाएगी।
यानी इस मामले में अगर जांच की आंच पुलिस हेडक्वार्टर पर आती है, तो एसआईटी के हाथ आला अफसरों तक भी पहुंच पाएंगे? खास है कि एसआईटी की टीम अब तक करीब एक हजार ऐसे संदिग्ध अभ्यर्थियों की पहचान कर चुकी है, जिन्हें एक दिन पहले ही पेपर मिल चुका था। जांच में स्पष्ट हुआ है कि प्रति कैंडिडेट औसतन 6 से 8 लाख रुपये लिए गए थे।
मोटे अनुमान के तौर पर इस पेपर लीकेज मामले में अब तक 60 से 80 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ है। इस फेहरिस्त में शामिल अभ्यर्थियों और लेन-देन की राशि का आंकड़ा और ज्यादा बढऩे की प्रबल संभावना है। सूचना है कि मंडी जिले में सगे चाचा-भतीजा लिखित परीक्षा में 80 में से 74 अंक लेकर टॉपर बने हैं।
अब ये परतें जिला के हर परीक्षा केंद्र में खुल रही हैं। एसआईटी की जांच में अब तक यह स्पष्ट हो चुका है कि परीक्षा से कुछ दिन पहले लीक हुआ पेपर प्रदेश भर में बंट चुका था। इसके लिए दो से तीन दिन पहले मिडल मैन प्रदेश भर में घूम-घूम कर पुलिस परीक्षा के अभ्यर्थियों से संपर्क साध रहे थे। कांगड़ा जिले के अलावा ऊना तथा मंडी में भी मिडल मैन की सक्रियता की पुष्टि हुई है। अब पूरे मामले में यह देखना है कि आखिर यह पेपर लीक पुलिस हेडक्वार्टर से हुआ था या प्रिंटिंग प्रेस से? और इस पूरे मामले का सूत्रधार कौन है।
दोषियों के खिलाफ सरकार करेगी सख्त कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा को रद करने का एलान करते हुए दो टूक कहा है कि दोषियों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। इसके अलावा मौजूदा पुलिस भर्ती को एक माह के भीतर नए सिरे से शुरू किया जाएगा। इसी बीच सरकार के लिए नई भर्ती की विश्वसनियता और पारदर्शिता को लेकर भी चुनौतियों का अंबार खड़ा होगा। खासकर अब यह कड़ा फैसला लेना होगा कि पेपर सेटिंग से लेकर भर्ती तक का जिम्मा किसे सौंपा जाता है। इतना तय है कि अब प्रश्नपत्र पुलिस हेडक्वार्टर की बजाय किसी विश्वसनीय एजेंसी से तैयार करवाया जाएगा।