राजेश कुमार। धर्मशाला
ज्वाली उपमंडल के अंतर्गत कुठेहड़ गांव में रास्ते व सड़क की मांग को लेकर ग्रामीण डीसी कार्यालय धर्मशाला पहुंचे। शीघ्र रास्ते व सड़क का निर्माण न होने पर ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क व रास्ता न होने की वजह से कुठेहड़ पंचायत के वार्ड नंबर दो के लगभग 40 परिवार परेशानी झेल रहे हैं। ग्रामीणों ने डीसी को बताया कि लगभग 20-25 साल से रास्ते का निर्माण कार्य लटका हुआ है, जबकि मनरेगा के तहत रास्तों का निर्माण किया जा रहा है। वार्ड नंबर दो में 35 से 40 परिवार रहते हैं, ऐसे में इन परिवारों की सुविधा के लिए रास्ते का निर्माण भी किया जाना चाहिए।
ग्रामीणों ने गांव को जाने वाली सड़क का मामला भी डीसी के समक्ष उठाया। उन्होंने कहा कि गांव में सड़क न होने की वजह से किसी के बीमार होने पर उसे चारपाई पर डालकर या कंधे पर उठाकर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। ऐसे में ग्रामीणों ने डीसी कांगड़ा से दोनों समस्याओं के समाधान का आग्रह किया।
कुठेहड़ पंचायत के वार्ड नंबर दो के ईश्वर कुमार ने बताया कि गांव में 40 के लगभग परिवार रहते हैं, लेकिन रास्ता न होने की वजह से परेशानी पेश आ रही है। यही नहीं गांव के लिए सड़क सुविधा भी नहीं है। इन समस्याओं के बारे में डीसी कांगड़ा को अवगत करवाने आए हैं और यदि समस्या हल नहीं होती है तो ग्रामीण पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने को मजबूर होंगे।
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने 20-25 साल से रास्ते का निर्माण न होने की बात कही है, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बीडीओ को निर्देश दिए हैं कि इसको मनरेगा सेल्फ में इसे लिया जाए और काम को तुरंत पूरा किया जाए। जमीनी स्तर से जो रिपोर्ट आई है, उसमें कहा गया है कि 1800 मीटर लंबा रोड है, जिसके लिए सेल्फ पहले ही डाल दी गई है और 300 मीटर पैच का कार्य भी शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में मनरेगा के तहत इस कार्य को पूरा करवाया जाएगा।