हिमाचल दस्तक, ललित ठाकुर। पधर
ग्रांम पंचायत कुन्नू के कचोटधार, गुमहारडा, सरी और गरलोग वार्डों के ग्रामीणों ने पंचायत अलग बनाने को लेकर कचोटधार में मजदूर नेता खुशाल चंद की अध्यक्षता में एक सयुंक्त बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें चार वार्डों के लगभग दो सौ महिला और पुरुषों ने भाग लिया। लोगों ने सरकार व विभाग से मांग की है कि भौगोलिक दृष्टि से कचोटधार में नई पंचायत का गठन होना बहुत जरूरी है। लोगों ने बताया कि हमने पंचायत के माध्यम से वीडियो कार्यालय मे सभी दस्तावेज जमा करवाए थे, लेकिन नई पंचायत बनने को लेकर हमारे गांव का नाम नहीं आया।
लोगो ने मांग की है कि कचोटधार, गरलोग, गुमहारडा, सरी में नई पंचायत बनना अनिवार्य है। पंचायत संघर्ष समिति कचोटधार, गुमहारडा, गरलोग और सरी के प्रधान नारायन सिंह ने बताया कि हमारी पंचायत का अलग होना बहुत जरूरी था। वहीं भौगोलिक और अति दुर्गम क्षेत्र होने से अलग पंचायत का निर्माण बहुत जरूरी है। नारायण सिंह ने बताया कि हम सरकार के उस फैसले का स्वागत करते है, जो सरकार ने अलग पंचायत बनाने का लिया है लेकिन उसमें भौगोलिक स्थित को देखकर ही अलग पंचायत बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि भौगिलिक दृस्टि से सरकार ने जो माप दंड नई पंचायत बनाने को तय किए है उसको हम पूरा करते है।
सरकार पहले सर्वे करें कि किस पंचायत को अलग करना है किस को नहीं। लेकिन किस वजह से इस पंचायत का विभाजन का प्रस्ताव सरकार तक नही पहुंच सका इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुन्नू पंचायत का एक हिस्सा बथेरी पंचायत से लगता है जो की पंचायत कार्यालय कुन्नू से 20 किलोमीटर दूर है। जिस गांव का नाम वगवात है, वहां तक न तो सड़क पहुंच सकी और न ही पंचायत के माध्यम से रास्तो का निर्माण हो सका। वहीं बीमार व्यक्ति को भी पालकी का सहारा लेना पड़ता है।
संघर्ष समिति ने कहा कि अगर हमारी पंचायत अलग नहीं बनती है तो हम आने वाले पंचायत चुनाव, विधानसभा और लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगें। वहीं पूर्व सैनिक मान सिंह ने बताया कि आजादी के बाद हम पंचायत के चक्कर मे ही पिस्ते आए है और हमारे गांव में कोई भी ऐसा विकास नहीं हुआ है जिस से हमे सुविधा मिल सके। वहीं सड़के मुख्य गांव तक नही पहुंच पाई है, ग्रामीण क्षेत्र में रास्तो का निर्माण नही हुआ है। इसलिए हमारी मांग सरकार व पंचायती राज विभाग से है की कुन्नू पंचायत से अलग होकर कचोटधार नई पंचायत बनाई जाए जिस कारण हमें सरकार की हर सुविधा का लाभ मिल सके।
नारायण सिंह ने बताया कि हमारा एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को डीसी मंडी से मिलेगा और नई पंचायत बनाने का आग्रह किया जाएगा। इस मौके पर पंचायत संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह, सचिव पुष्पराज, कोषाध्यक्ष परम देव, उपप्रधान गुड़ो देवी, उप सचिव रीता देव, उप अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, सलाहकार मूल चंद राम सिंह, महेंद्र सिंह, तेज राम, रमेश, सुरेंद्र, संदीप, राकेश, मां सिंह, लेख राम, मीना देवी, लता तारा देवी, निलमा सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।