राजीव भनोट। ऊना
पेट्रोल व डीजल की कीमतों ने पहाड़ में रफ्तार पकड़ ली है। बढ़ती महंगाई के बीच हिमाचल में पेट्रोल व डीजल के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं। राजस्थान के श्रीगंगानगर में जहां पेट्रोल 100 रुपये के करीब व डीजल 91 रुपये बिक रहा है, तो वहीं हिमाचल भी रेट के मामले में कुछ ही कदम पीछे है। प्रदेश के सबसे ज्यादा लाहौल स्पीति में पेट्रोल के दाम हैं।
यहां पर पेट्रोल 89.84 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 81.31 रुपये मिल रहा है। किन्नौर में 88.18 पेट्रोल व डीजल 79.83 रुपये प्रति लीटर है। ऊना में पेट्रोल 84.73 रुपये व डीजल 76.46 रुपये प्रतिलीटर तक पहुंच गया है। पेट्रोल व डीजल के दाम में प्रतिदिन हो रही बढ़ोतरी लोगों की जेब पर सीधा असर डाल रही है। महंगाई पर भी इसका असर पड़ रहा है। ऑटो, टैक्सी व ट्रक यूनियन के रेट भी बढ़ रहे हैं।
वहीं अनेक उद्योगों में अब डीजल की खपत को कम करने का विकल्प देखी जा रहा है डीजल के बढ़ते मूल्य ने किसान के भी आंसू निकाल दिए हैं। सिंचाई के लिए जहां डीजल का प्रयोग करना मजबूरी है, तो वहीं किसानों के लिए बिजली के रेट भी कम नहीं हैं। युवाओं का कहना है कि कीमतें बढऩे से वाहन चलाना मुश्किल हो गया है।
किसान सोहन सैणी ने कहा कि डीजल का रेट बढऩे से मोटर चलाना मुश्किल हो रहा है। इतनी कमाई नहीं है, जितना खर्चा हो रहा है। टैक्सी चालक नवीन ने कहा कि किराये में कुछ बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यात्री लड़ाई भी करते हैं। डीजल का रेट कम हो, तो बात बनें। प्रदेश के अनेक मंदिरों में डीजल का प्रयोग लंगर बनाने के लिए किया जाता है क्योंकि कैरोसीन उपलब्ध नहीं हो रहा। वहीं अनेक भंडारों, लंगरों व शादियों में भी डीजल का प्रयोग होता है। महंगे हुए डीजल ने इन आयोजनों में भी हाय तौबा मचा दी है।