लोगों ने जताई नाराजगी, बीएमओ कार्यालय में देंगे धरना, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा
दिनेश ठाकुर। संधोल : संधोल तहसील की ग्राम पंचायत भदेहड़ के चोलगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कुछ माह पूर्व नियुक्त किए गए फार्मासिस्ट को राजनैतिक दबाव के चलते वहां से छह महीने के लिए डेपुटेशन पर सरकाघाट भेज दिया गया है।
इस कारण अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को दवाई वितरित करने के लिए कोई उपलब्ध नहीं है और जनता को परेशानी हो रही है। हिमाचल किसान सभा, पंचायत कमेटी भदेहड़ के अध्यक्ष प्रकाश सिंह सकलानी, सुख राम, भाग सिंह लखरवाल, तारा चंद, हेम सिंह, लूद्दर सिंह, कुलदीप सिंह, कृष्ण चंद, सोहन सिंह, जनक राज, कुलदीप सिंह, देश राज, विजय कुमार, गोपाल सिंह, त्रिलोक चंद, लशकरी राम, भाग सिंह, मनोहर लाल, प्रभु राम, रमन सकलानी, अमर सिंह, शेर सिंह व रणजीत सिंह इत्यादि ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से यहां जल्दी फार्मासिस्ट भेजने की मांग की है।
साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि यहां जल्दी फार्मासिस्ट न लगाया गया तो वे संधोल में बीएमओ कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। उधर जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने भी जल्दी यहां फार्मासिस्ट नियुक्त करने की मांग की है। उन्होंने जब बीएमओ से फोन पर बात की तो बीएमओ ने बताया कि फार्मासिस्ट के डेपुटेशन के आदेश निदेशालय से आए हैं।
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि चोलगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट न होने से भदेहड़, लखरेहड़, बलेहड़, फनेहल, टौर गहरी, मझयार, देवगढ़, चोलगढ़, खजुरटी, जरेड, कन्गोटा, कुन, भड़ोत, टौरखोला इत्यादि एक दर्जन गांवों के मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि धर्मपुर के विधायक जो वर्तमान सरकार में मंत्री भी हैं ने इस दुर्गम क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से फार्मासिस्ट को ट्रांसफ र करके यहां की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया है। यहां की जनता में आक्रोश है।