महात्मा गांधी की जयंती पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने कूड़ा-कचरा एकत्र करने वाले व्यक्ति को नवाजा, सीएम ने राज्य स्तरीय स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का शुभारंभ किया
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : रिज पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने कहा कि महात्मा गांधी की विचारधारा व मानवता के संदेश को जीवन में अपनाने की जरूरत है।
हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को स्वच्छता ही सेवा अभियान और राज्य को प्लास्टिक के कचरे से मुक्त करने के लिए श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन कर मना रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्यपाल की मौजूदगी में राज्य स्तरीय स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्लास्टिक वर्तमान में विज्ञान के लिए अभिशाप बन गया है और मानव जाति के लिए भी खतरा है।
हिमाचल प्लास्टिक और अन्य नष्ट न होने वाले कचरे का निपटान करने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई बाई-बैक पॉलिसी, कूड़ा एकत्र करने वाले लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य सरकार लोगों के सहयोग से राज्य स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनेगा। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने रिज मैदान पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 150वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
75 रुपये में एक किलो प्लास्टिक कचरा खरीदेगी सरकार : जयराम
- बोले, स्वच्छ भारत ही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी
- प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने का आह्वान
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वच्छ भारत ही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने का लोगों से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश को स्वच्छ बनाने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों, गैर सरकारी संगठनों स्थनीय समुदायों के लोगों को आगे आकर स्वच्छता के इस अभियान में शामिल होना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूकता लाने और लोगों को जागरूक करने के लिए पूरे प्रदेश में नाट्कों और संगीत के माध्यम से अभियान चलाया जाना चाहिए।
उन्होंने छात्रों से भी हिमाचल प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल को सिक्किम के बाद देश का दूसरा ओडीएफ राज्य के रूप में सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही प्रदेश में प्लास्टिक बैग और थर्मोकोल से बनी चीजों पर प्रतिबंध लगाया है।
उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार ने प्लास्टिक बैग, प्लास्टिक कचरे को वापस खरीदने का निर्णय लिया है, जिसके लिए 75 रुपये प्रति किलोग्राम मूल्य निर्धारित किया है। इसका एकत्रिकरण और भंडारण शहरी स्थानीय निकायों में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे राज्य को प्लास्टिक मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।
नदियों में न फेंके कूड़ा-कचरा
राज्य प्रदूषण बोर्ड ने चलाया स्वच्छता ही सेवा अभियान
शिमला। हिमाचल राज्य प्रदूषण बोर्ड ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर बोर्ड के सभी 10 क्षेत्रीय कार्यालयों में स्वच्छता ही सेवा अभियान चला कर साफ-सफाई की। बोर्ड के सदस्य सचिव आदित्य नेगी ने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रजाजियों के वाह्य वायु शोधक पौधे लगाए गए। किसी भी रूप में हिमाचल में प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा। उन्होंने कूड़े-कचरे को नदी, नालों, जंगलों सहित अन्य स्थानों पर न फेंकने का आह्वान किया। प्लास्टिक की बनी हुई बोतलों, प्लेटों व गिलासों को उपयोग में लाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, जिसका पालन करना हम सब का कर्तव्य है।