डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां करतारपुर गलियारे का उद्घाटन किया और 500 भारतीय श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल भी शामिल हैं। यह गलियारा पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के इस जिले में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ता है।
गुरुद्वारा दरबार साहिब में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष गुजारे थे। मोदी ने अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नेतृत्व में श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को गलियारे के रास्ते गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए रवाना किया। यह गलियारा 12 नवंबर को गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व से कुछ दिन पहले खोला गया है। प्रधानमंत्री ने गलियारे में भारत की तरफ यात्री टर्मिनल की इमारत का भी उद्घाटन किया जिसे एकीकृत जांच चौकी के तौर पर भी जाना जाएगा जहां तीर्थयात्रियों को नए बने साढ़े चार किलोमीटर लंबे गलियारे से यात्रा के लिए क्लीयरेंस दिया जाएगा।
भारत और पड़ोसी देश पाकिस्तान ने 24 अक्टूबर को डेरा बाबा नानक के पास अंतरराष्ट्रीय सीमा जीरो प्वाइंट पर गलियारे के संचालन संबंधी नियमों पर समझौता किया था। गलियारे के जरिए गए पहले जत्थे में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और विधायक एवं पूर्व मंत्री नवजोत सिंह शामिल हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्य और पंजाब विधानसभा के सभी 117 विधायक भी पहले जत्थे का हिस्सा है। गलियारे को देश को समर्पित करने से पहले मोदी ने पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ लंगर छका।
केसरिया पगड़ी पहने मोदी ने गुरु नानक देव के जीवन एवं शिक्षाओं पर बने वीडियो और करतारपुर गलियारे की प्रतिकृति को भी देखा। जत्थे को रवाना करने के दौरान मोदी, मनमोहन सिंह से मिले और उनका अभिवादन किया। इस मौके पर मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर भी मौजूद थीं। अत्याधुनिक यात्री टर्मिनल की डिजाइन की प्रेरणा सिख धर्म के चिह्न खंडा से ली गई है और यह 15 एकड़ में फैला है। हवाई अड्डे जैसी सुविधाओं से लैस टर्मिनल इमारत पूरी तरह से वातानुकूलित है और आव्रजन के लिए 50 काउंटर बनाए गए है जहां से एक दिन में 5,000 श्रद्धालुओं को सुविधा दी जा सकती है।
टर्मिनल में दुकानें, शौचालय, प्राथमिक उपचार, प्रार्थना गृह जैसी सभी सुविधाएं हैं। टर्मिलन का निर्माण भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण ने किया है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 22 नवंबर को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व को बड़े पैमाने पर देश और दुनिया में मनाने का फैसला किया था। मंत्रिमंडल ने गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर गलियारे के निर्माण एवं विकास का भी फैसला किया था ताकि भारतीय श्रद्धालु आसानी से गुरुद्वारा दरबार साहिब का दर्शन कर सके।