धर्मशाला में बोले एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह . कहा, मैं अमित शाह पर भरोसा नहीं करता, राफेल अच्छा, लेकिन प्रधानमंत्री बताएं कीमत
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला : पीएम नरेंद्र मोदी के तमिलनाडू में समुद्र किनारे कचरा उठाने के वायरल हो रहे वीडियो पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री सफाई के नाम पर नौटंकी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम निर्णय जल्दी ले लेते हैं, जितना जिस विषय पर सोचना चाहिए, नहीं सोचते। नोटबंदी लागू कर दी, नए नोट नहीं छापे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं पीएम की आलोचना बतौर कांग्रेस नेता होने के नाते नहीं कर रहा। एक संस्था के समारोह में भाग लेने धर्मशाला पहुंचे दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों के धारा 370 को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि मैं अमित शाह पर भरोसा नहीं करता, आप करते होंगे। राफेल पर रक्षा मंत्री की ओर से ओम लिखकर पूजा करने पर दिग्विजय ने कहा कि मुझे इस पर आपत्ति नहीं है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम कहते हैं कि लोग मिर्ची-नींबू से पूजा करते हैं और दूसरी तरफ उन्हीं के रक्षा मंत्री राफेल के पहियों के नीचे नींबू रखते हैं, मुझे लगता है कि यह विरोधाभास है, लेकिन राफेल अच्छा जहाज है। यूपीए ने 126 जहाज खरीदने का प्रस्ताव किया था, उसे घटाकर 36 क्यों कर दिया, हम पीएम से पूछते हैं, वो बताते ही नहीं। नोटबंदी और बिना तैयारी के जीएसटी को लागू करने से देश में आर्थिक मंदी आई है, लोग बेरोजगार हो रहे हैं।
व्यापमं और हनीट्रैप स्कैंडल में भाजपा के लोग
धर्मशाला। कांग्रेस एक आंदोलन है, एक विचारधारा है जो कभी मिट नहीं सकती। राहुल गांधी को अध्यक्ष पद नहीं छोडऩा चाहिए था। यह बात धर्मशाला पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रेसवार्ता में कही। मध्य प्रदेश में हनीटै्रप को लेकर किए गए ट्वीट के जवाब में दिग्ििवजय सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में एक बड़ा स्कैंडल हुआ है, जिसमें कुछ लोग हैं। दिग्विजय ने कहा व्यापमं घोटाले को हम उजागर करना चाहते हैं, ऐसे में उसे दबाने का मतलब ही नहीं बनता।
उन्होंने आरोप लगाया कि व्यापमं घोटाला और हनीट्रैप स्कैंडल दोनों में भाजपा के लोग शामिल हैं। बीएसएनएल के 45 हजार लोगों को नौकरी का संकट आन खड़ा हो गया है, क्योंकि उन्हें 4जी का स्पेक्ट्रम नहीं दिया गया। यदि दे दिया होता तो यही कंपनी प्रोफिट में होती। हाल ही में एक रिपोर्ट आई है, जिसमें कहा गया है कि देश की 90 फीसदी प्रॉपर्टी 10 परिवारों के पास है। अमीर-गरीब के बीच की खाई को पाटने की जरूरत है।