गली-गली चिट्टा सरेआम हो गया ,गुमान था जिस पहाड़ पर बदनाम हो गया:रेखा जम्वाल
राजीव भनोट। अम्ब : लाडली रक्षक संस्था द्वारा रविवार को नशा विषय पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया ।एनआरएसटी स्कूल के नवनिर्मित हॉल में इस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें करीब 15 वरिष्ठ कवियों के अलावा बच्चों ने भी अपनी प्रस्तुति दी ।कार्यक्रम की शुरुआत हमारी लाड़लियों ने सरस्वती वंदना से की ।
जिसके बाद प्रस्तुति देने आये वरिष्ठ कवि जगदीश जी ने -झगड़ा सिगरेट दा ये केहन्दा’ धर्मपाल डोगरा मिंटू ने – नशा हटाओ नशा हटाओ परिवार वालों को घर घर समझाओ’ सीमा शर्मा ने – नशा जीवन का नाश है उन्नत्ति का विनाश है’ संगीता शर्मा ने -चंद सिक्कों के लालच में नशे के सौदागर ने जहर खिला रहे’ रंजू ने-नशे से खेलता है वो बेमौत मरता है , रीना शर्मा ने-तेरी पीने की बजह मुझे समझ नहीं आती, ईशा शर्मा ने-नशाखोरी आजकल् इस कदर हावी है, सुधा ने- नशा बेकार कर दिये कई घर बेकार, कुलजीत कौर ने- नशे का रोग, राजीव शर्मन ने-नशे पर जोरदार प्रहार किया, अमन संख्यान ने- नशा एक जहर, बलबिंद्र ने- पापा नशा मत करना, पूनम ने- मत करो नशा, पुष्पा ने- बर्बाद हो गया जहां, आशुतोष ने-नशा उसके जीवन की सबसे बड़ी भूल थी।
रेखा जम्वाल ने-गली गली चिट्टा सरेआम हो गया गुमान था जिस पहाड़ पर मुझे वो आज बदनाम हो गया। इसके बाद घनारी,संघनयी गुरुकुल,सुधा,डीसीएस स्कूल की लाड़लियों संजना,स्माईला,इशिका, शिवांगी,दिव्यांशी,स्तुति,नैंसी ,स्नेहा,नंदिनी,सोहम,सेजल ने नशे पर चोट करते हुए कविता पाठ के जरिये नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया। अंत में लॉडली रक्षक संस्था की जिलाध्यक्ष रेखा जम्वाल ने सभी कवियों और बच्चों को नशा न करने और आस-पास सभी नशा करने वालों को जागरूक करने का संकल्प दिलवाया तथा सभी को ईनाम देकर नवाजा गया। जब तक समाज में इस तरह की कुरीतियाँ हैं तब तक सामजिक हित के लिए ‘लॉडली रक्षक’ अपना कार्य करती रहेगी।