चंद्रमोहन चौहान। ऊना:
जिला ऊना पुसिल ने साइबर क्राइम ठगी मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। 25 लाख रुपये का पंतजलि प्रोडेक्ट बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने पर पुसिल ने एक महिला सहित दो को बिहार से दबोचा है। जिनकी पहचान राजू कुमार निवासी जिला नालंदा बिहार व आरती जिला समस्तीपुर, बिहार के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों को पकड़कर ऊना लाई है, जहां पर सोमवार शाम कोर्ट में पेश किया।
बता दें कि टाहलीवाल के दुकानदार नरेश कुमार ने हरोली पुलिस को शिकायत देते हुए बताया था कि गूगल पर पंतजलि का प्रोडेक्ट लेने के लिए सर्च किया। गूगल में बताए नंबर पर मैंने व्यक्ति से संपर्क किया और पूरी डिटेल ली। जिस पर व्यक्ति से प्रोडक्ट भेजने के नाम पर लाखों की राशी अकाऊंट में डालने को कहा। नरेश कुमार ने बताया कि व्यक्ति द्वारा भेजे गए अकाऊंट में नंबर व दिसंबर माह के दौरान कुल 25 लाख रुपये भेज दिए। काफी समय बीत जाने के बाद भी ऑर्डर किया हुआ सामान नहीं पहुंचा। पुन: नंबर पर बात की गई, तो आज-कल कहने लगा।
जिसके बाद 20 जनवरी को नरेश कुमार ने हरोली थाना में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मामले में 18 दिनों के भीतर ही आरोपी को बिहार से काबू कर लिया, जिन्हेें पकड़कर ऊना लाया गया है। एसपी ऊना कार्तिकेयन गोपालचंद्रण ने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला भी शामिल है। उन्होंने कहा कि मामले में कौन-कौन संलिप्त है और लाखों की राशि कहां खर्ची, इसको लेकर जांच की जा रही है। एसपी ने जिलावासियों से भी अपील की है कि साइबर क्राइम से बचें। उन्होंने कहा कि कोई भी शंका हो तो पुलिस से संपर्क करें। अपनी गोपनियता किसी को न बताएं।
14 दिन बिहार में डाला डेरा
आरोपियों को काबू करने के लिए हरोली पुलिस की एक विशेष टीम ने 14 दिन तक बिहार में रही। पुलिस चौकी टाहलीवाल के प्रभारी एसआई अशोक, एएसआई विजय कुमार, एचसी गुरप्रीत सिंह व आरक्षी सुनील कुमार पर अधारित टीम 25 जनवरी को बिहार के लिए रवाना हुई, जहां पर जांच के दौरान आरोपी राजू व आरती को गिरफ्तार किया।
एएसपी व एसएचओ की मेहनत लाई रंग
ठगी मामले में एएसपी विनोद कुमार धीमान व हरोली थाना प्रभारी रमन कुमार ने शिकायत के बाद से लगातार इस पर काम किया और ये मामला हालांकि सुलझाना कुछ मुशिकल प्रतीत होता था, लेकिन दोनों अधिकारियों ने समझबुझ पर कडियो को जोड़ते हुए इसमें सफलता प्राप्त की और पुलिस की मेहनत रंग लाई।