हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
हिमाचल के हजारों बेरोजगार कला अध्यापक पिछले काफी समय से खाली पदों को भरने की आस लगाए बैठे हैं। अब बजट में उम्मीद है कि खाली पदों को भरने के लिए प्रदेश सरकार मंजूरी देगी। अभी हाल ही में शिक्षा विभाग ने 500 कला अध्यापकों के पदों को वित्त विभाग के पास भेजा है और वह वित्त विभाग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पास है। सभी बेरोजगार कला अध्यापक यही आस लगाए बैठे हैं कि मिडिल स्कूलों में जो 100 बच्चों वाली शर्त सरकार ने लगा रखी है उसमें मुख्यमंत्री संशोधन करके उसे हमेशा के लिए खत्म करेंगे।
100 से कम संख्या वाले स्कूलों में बच्चे भी हिमाचल निवासी है उन्हें भी सरकार प्रशिक्षित कला अध्यापक द्वारा ही पढ़ाया जाए ताकि उन्हें कला का सही ज्ञान मिल सके। वर्तमान समय में इस समय 1574 कला अध्यापकों के पद खाली चल रहे हैं लेकिन उसके बाद भी बहुत से कला अध्यापक रिटायर हो चुके हैं जिसके कारण स्कूलों में यह संख्या 1800 के आसपास पहुंच चुकी है। सरकार ने कमीशन और बैच वाइज में 2015 के बाद में एक भी कला अध्यापक की पोस्ट नहीं भरी है 5 साल से कला अध्यापक का एक भी पद नहीं भरा था जिससे खाली चल रहे स्कूलों में हजारों बच्चों को इस साल भी बिना कला अध्यापक से ही कला की परीक्षा देनी पड़ रही है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी कला को एक महत्वपूर्ण विषय माना गया है। हिमाचल के कई मिडिल सरकारी स्कूल ऐसे हैं जहां पर बच्चों को कला का विषय तो है लेकिन सरकार ने उन्ह सकूलो में कला अध्यापक के पद को अनिवार्य करना भी नही समझा।