नई दिल्ली: दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता गंभीर और बहुत खराब के बीच रहने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर भारत में प्रदूषण की स्थिति पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को एक बैठक की अध्यक्षता की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक की अध्यक्षता की जिसमें उत्तरी भारत के विभिन्न हिस्सों में प्रदूषण के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार मोदी ने पश्चिम भारत के हिस्सों में चक्रवातीय दशाओं से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा भी की।
यह बैठक प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा द्वारा दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के शीर्ष अधिकारियों के साथ रविवार और सोमवार को की गई एक के बाद एक समीक्षा बैठकों के बाद हुई है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को सुबह पौने नौ बजे के 365 से घटकर पौने चार बजे 331 हो गया।राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा (348), नोएडा (358), गाजियाबाद (351), फरीदाबाद (311) और गुडग़ांव (328) में भी वायु की गुणवत्ता में सुधार आया।
एक्यूआई 0-50 के बीच अच्छा , 51-100 के बीच संतोषजनक , 101-200 के बीच मध्यम , 201-300 के बीच खराब , 301-400 के बीच अत्यंत खराब , 401-500 के बीच गंभीर और 500 के पार बेहद गंभीर माना जाता है। प्रधानमंत्री द्वारा चक्रवात महा के लिए तैयारी की समीक्षा किए जाने से एक दिन पूर्व राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने छह नवंबर की रात को द्वारका और दीव के बीच इस चक्रवात के पहुंचने से पहले गुजरात, महाराष्ट्र तथा दमन एवं दीव में तैयारी की समीक्षा की थी।
जिला प्रशासनों को अलर्ट रखा गया है और मछली पकडऩे की गतिविधियां फिलहाल टाल दी गई हैं। दमन एवं दीव प्रशासन ने समिति को अपनी तैयारी और लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की अपनी योजना के बारे में बताया।