- लिफ्ट से हिमलैंड तक 3 किमी, लगेंगे 7 रुपए
- प्रावइेट बस ऑपरेटर सवारियों से कर रहे मनमानी
- परिचालकों से बातचीत करने पर कर रहे लड़ाई
- शिमला में प्राइवेट बस संचालकों से लोग परेशान
वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
प्रदेश की राजधानी शिमला में प्राइवेट बस चालक सरकारी आदेशों को नहीं मान रहे। सरकार ने 2 किमी तक का किराया 5 रुपए फिक्स कर दिया है, लेकिन निजी बस चालक लोगों से लड़-झगड़कर 7 रुपए ले रहे हैं। प्राइवेट बस चालक, परिचालकों की मनमानी स्थानीय लोगों पर भारी पड़ रही है।
शिमला में रविवार को प्राइवेट बस सर्विस चिंतपूर्णी में गुरुद्वारा के पास से अमन, रोहित, कमल बैठे। उन्हें टिंबर हाउस में हिमाचल दस्तक कार्यालय के पास उतरना था। यहां तक 2 किमी पड़ता है। उस हिसाब से 5 रुपए प्रति सवारी किराया बनता है। ऐसे में यहां तक 15 रुपए बनते थे, लेकिन इस प्राइवेट बस के परिचालक ने 21 रुपए लिए। जब सवारियों ने परिचालक से कहा कि यहां तक के पांच रुपया किराया लगता है तो परिचालक बोला कि लिफ्ट से टिंबर हाउस के दो किमी बनते हैं।
जबकि सवारियों का कहना था कि वह रोजाना सफर करते हैं और सरकारी बस में भी आते हैं। यहां तक का पांच रुपए किराया लगता है और बकायदा इसकी टिकट भी दी जाती है, लेकिन प्राइवेट बस परिचालक न तो टिकट देते हैं और जब इन्हें किराये के लिए बोला जाए तो यह लड़ाई झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। शिमला की ज्यादातर प्राइवेट बसों में परिचालक अपनी मनमर्जी से किराया वसूल रहे हैं। लोगों ने सरकार और परिवहन विभाग से मांग की है कि ऐसे परिचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, ताकि जो किराया सरकार ने तय किया है वही वह वसूले।
सरकार की और से जारी नोटिफिकेशन को सभी ऑपरेटर से सांझा कर दिया गया है। दोबारा से ऑपरेटरों के गु्रप में सूचना डाल दी जाएगी। गुरुद्वारा से हिमलैंड तक दो किमी होते हैं, ऐसे में यहां तक 5 रुपए से ज्यादा किराया नहीं लिया जा सकता। इस बारे में ज्यादा किराया लेने वाले बस चालकों से पूछा जाएगा।
…कमल, प्रधान, शिमला प्राइवेट बस ऑपरेटर।