परमेंद्र कटोच। नेरचौक :
श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में उपचाराधीन एक महिला ने अस्पताल की सीढिय़ों से तीसरी मंजिल से कूद कर अपनी जान दे दी। मृतक महिला बनिता देवी उम्र 30 पत्नी पवन गांव पलौहटा अपर बैहली तहसील सुंदरनगर जिला मंडी की है। महिला दिमागी रूप से परेशान थी तथा उसे शनिवार को अस्पताल में दाखिल किया गया था। गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने पति व सास के साथ सीढिय़ों के रास्ते कहीं जा रहे थे।
तभी महिला ने अचानक अस्पताल की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। पति व मां ने बचाने की काफ ी कोशिश की लेकिन कोशिश नाकाम रही। गिरते वक्त उसका दुपट्टा ही मां के हाथ आया। महिला अपने पीछे दो लड़कियों को छोड़ गई है। एक बेटी दूसरी कक्षा में तथा दूसरी चौथी कक्षा में पढ़ती है। मृतक महिला के पति पवन ने बताया कि जैसे ही सुबह बनिता ऊपर टहलने की बात करने लगी तथा मैं और म मी उसके साथ छत पर गए तो थोड़ी देर बातचीत करने के बाद वह कहने लगी कि 2 महीने के बाद मेरे भाई की शादी है तो उसको शेरवानी नहीं लेनी है तथा उसे पैंटसूट ही लेना है।
इस तरह वह चलते चलते भाई की शादी की बातें कर रही थी। उसके बातचीत के ढंग से नहीं लग रहा था कि वह ऐसा कदम उठा सकती है। आज तक उसने कभी भी ऐसा करने की कोशिश नहीं की। पवन कुमार ने कहा कि पिछले दिनों वह डर गई थी तथा उसके बाद उसकी मानसिक स्थिति सही नहीं लग रही थी। जिस वजह से शनिवार को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में दिखाने के लिए लाए थे। चिकित्सकों ने उसे यहां इलाज हेतु मनोरोग वार्ड में दाखिल किया था। जहां पर इसका ईलाज चल रहा था।
लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले तीन दिनों से एक महिला मनोरोग से पीडि़त होने के कारण दाखिल थी। यह साइकोसिस रोग होता है। जिसमें व्यक्ति कभी भी कुछ भी कर सकता है। सुबह कुछ ऐसा ही महिला ने किया और अस्पताल की सीढिय़ों से 4 मंजिल के ऊपर से छलांग लगा दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
–डॉक्टर देवेंद्र कुमार शर्मा चिकित्सा अधीक्षक लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक
बल्ह थाना प्रभारी राजेश ठाकुर ने बताया कि पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। कानून के अनुसार मामले की जांच हर पहलु से की जाएगी। महिला का पोस्टमार्टम करवा शव को परजनों को सौंप दिया गया है।