सचिवालय में महीने बाद लौटेगी रौनक
अरविंद शर्मा। शिमला : उपचुनाव के लिए दोनों विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार शनिवार को खत्म हो गया। इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार के अंतिम दिन जहां कांग्रेस-भाजपा ने पूरा जोर लगाया ,वही निर्दलीय भी मैदान में डटे रहे।
कांग्रेस के नेताओं ने जहां शनिवार को पत्रकारवार्ता कर प्रदेश व केंद्र सरकार पर तबाड़तोड़ हमले किए, वहीं मुख्यमंत्री सहित प्रभारियों ने भाजपा प्रत्याशी विशाल नैहरियां के पक्ष में रैलियां कर प्रचार के अंतिम दिन खूब पसीना बहाया। पांच बजे चुनावी प्रचार खत्म कर सतारूढ़ दल के मंत्री और प्रभारियों ने शिमला का रुख कर लिया। अब सोमवार से मंत्री भी सचिवालय में अपने कार्यालय में बैठेंगे। वहीं प्रदेश की जनता भी अपने कामों के लिए सचिवालय में आना शुरू हो जाएगी।
दोनों उपचुनावों का परिणाम 24 अक्तूबर को निकलेगा। प्रदेश की जनता की नजर सोमवार को होने वाले मतदान और इसके परिणाम पर लग गई है। इन उपचुनावों में भाजपा की ओर से नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रचार करने में कोई कसर नही छोड़ी। भाजपा के प्रदेश के दो दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार भी चुनावी प्रचार में उतरे। लेकिन केंद्र में प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में व्यस्त होने के कारण इन उपचुनावों में नहीं आ सके।
वीरभद्र-सुधीर की प्रचार में खली कमी
प्रदेश में दोनों उपचुनावों में जहां कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर, प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्रिहोत्री सहित विधायक और पूर्व विधायकों ने प्रचार किया ,लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दो विधानसभा क्षेत्रों में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रचार में न आने से काफी कमी खली। प्रचार के अंतिम दिन सुधीर ने अपने घर पर ही कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। सुधीर शर्मा ने कहा कि यदि मैं स्वस्थ होता तो चुनाव जरूर लड़ता। उन्होंने कहा कि जिसने भी मेरे भाजपा में शामिल होने की अफवाह फैलाई, वो शायद इसका राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं।