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अग्निहोत्री सुक्खू और काजल ने आपत्तियां जताईं
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नरेंद्र ठाकुर ने पूछा था हमीरपुर को लेकर सवाल
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। तपोवन : विधानसभा प्रश्नकाल में गरीबों को घर देने की दो योजनाओं प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना की प्रक्रिया पर सवाल उठे। भाजपा विधायक नरेंद्र ठाकुर ने हमीरपुर जिले को लेकर सवाल पूछते हुए कहा कि चयन ज्यादा परिवारों का हो रहा है, लेकिन आवास कम लोगों को मिल रहे हैं। जबकि कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि उनके चुनाव क्षेत्र नादौन की कई पंचायतों में आवास आवंटन में मनमानी हुई है।
जवाब में पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया कि हमीरपुर में आवास इसलिए कम हुए हैं, क्योंकि इस जिले के लिए पहले बनी सूची समाप्त हो गई थी। इसी स्कीम में राज्य के कांगड़ा जिला को नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है। हमने पात्र परिवारों की जियो टैगिंग कर दी है और केंद्र सरकार से विंडो खुलते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। सुक्खू के आरोपों पर उन्होंने कहा कि इस बारे में बीपीएल सूची से चयन ग्राम सभाएं करती हैं।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि ऐसे मामलों के लिए आने अफसरों की कमेटी बना रखी है तो ग्रामसभा क्या करेगी? मंत्री ने जवाब दिया कि अफसरों की कमेटी अपील सुनने के लिए है, आवंटन के लिए नहीं। पवन काजल ने परिवारों के चयन का तरीका पूछते हुए सवाल किया कि स्वीकृत मामलों में विधानसभा क्षेत्रवार इतना अंतर क्यों है? मंत्री ने जवाब दिया कि आनुपातिक आधार पर बीपीएल सूची से यह चयन होता है।
सिंघा ने फिर उठाया इंतकाल का मसला
ठियोग से माकपा विधायक राकेश सिंघा ने फिर से ठियोग और कुमारसैन के लंबित मामलों के इंतकाल का मसला उठाया। जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि किसी किसान या बागवान ने ऐसे इंतकाल के लिए आवेदन नहीं किया है। जहां तक नजराने की पर्ची काटने के बाद उस जमीन पर बागवानी शुरू करने के बाद अब इंतकाल करने की मांग है, तो इस बारे में यदि कोई राजस्व रिकॉर्ड आवेदकों के पास है तो जमा करवाएं, सरकार विचार करेगी।