हिमाचल दस्तक, शिमला
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) की प्रक्रिया पर शिक्षकों ने सवाल उठाए है। हिमाचल के शिक्षकों का मानना है कि शिक्षक अवार्ड की प्रक्रिया ऑनलाईन होने से शिक्षक आसानी से आवेदन कर पाते हैं। मगर राज्य शिक्षक पुरस्कार की प्रक्रिया अब भी ऑफलाईन ही है। वर्ष 2017 में राज्य शिक्षक सम्मान की प्रक्रिया ऑनलाईन होती थी और इस प्रक्रिया के बंद किए जाने से शिक्षकों को ऑनलाईन सहज आवेदन की सुविधा से वंचित होना पड़ा है। राज्य शिक्षक सम्मान की प्रक्रिया को पुन: ऑनलाईन विकल्प के साथ लैस करने की मांग राजकीय प्रशिक्षित कला स्नातक संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग से की है।
संघ के अनुसार दूरदराज़ और दुर्गम क्षेत्रों में बरसात के समय आवागमन जटिल और जोखिम भरा होता है, जबकि ऑनलाईन प्रक्रिया में शिक्षक आवेदन घर बैठे भी कर सकते हैं जिससे कागज़ और समय के बचत भी होगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान प्रक्रिया केवल ऑनलाईन है जिसके चलते वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन सरलता से होता है और एक क्लिक पर सारा डाटा मिल जाता है। संघ ने कहा कि मध्य प्रदेश में अप्पर डिवीजऩ टीचर (TGT) जिनको राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और राज्य शिक्षक पुरस्कार मिलता है, उनको आऊट ऑफ टर्न बिना प्रतीक्षा किए ही प्रवक्ता पद पर पदोन्नति दिए जाने का नियम वर्ष 2014 से लागू किया गया है।
ऐसे में शिक्षक अधिकतम अच्छा कार्य प्रभावी तरीके से करने का प्रयास करते हैं, ताकि उनको उत्कृष्ट प्रदर्शन से राज्य या राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर पदोन्नति का अतिरिक्त प्रोत्साहन मिल सके। शिक्षकों का आरोप है कि हिमाचल प्रदेश में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है और पहले राज्य शिक्षक पुरस्कार (STATE Teacher Award) मिलने पर एक वर्ष और राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलने पर दो वर्ष का सेवा विस्तार मिलता था जिसे भी बंद कर दिया गया है।
नई शिक्षा नीति (new education policy) में शिक्षकों को उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सीधे प्रमोशन देने का प्रावधान किया गया है और इस प्रावधान को लागू करने के लिए भी राष्ट्रीय व राज्य शिक्षा सम्मान प्राप्त शिक्षकों के लिए विशेष पदोन्नति का प्रावधान किया जाना आपेक्षित है। नई शिक्षा नीति में स्पष्ट कहा गया है कि शिक्षकों की पदोन्नति भी योग्यता आधारित होगी। समय-समय पर कार्य-प्रदर्शन के आकलन के आधार पर शैक्षणिक प्रशासक बनने की व्यवस्था होगी मगर शिक्षक पुरस्कार प्रक्रिया के मापदंड भी नई शिक्षा नीति के अनुसार अब तक नहीं बदले गए हैं।
आईसीटी अवार्ड 2018 और 2019 में राष्ट्रीय शिक्षक चयनित 49 शिक्षकों में से एक भी शिक्षक हिमाचल प्रदेश से नहीं था।
इसी तरह राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार में हिमाचल के लिए तीन शिक्षक चयन का कोटा है मगर पिछले तीन वर्षों में कुल तीन शिक्षक ही इसके लिए चयनित हुए जबकि 3 वर्ष में 9 शिक्षक ये सम्मान पा सकते थे। ऐसे में अच्छे काम कर रहे शिक्षकों के कार्यों का प्रभावी प्रस्तुतिकरण करवाने के लिए उनकी सहायता करनी चाहिए जबकि बीआरसीसी रह चुके शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान आवेदन से 5 साल बाहर रखना अनुचित है।