रमेश शर्मा। रामपुर बुशहर
वैश्विक महामारी के चलते हर किसी के चेहरे पर मायूसी छाई हुई थी। कोई घर पहुंचने के लिए जद्दोजहद में था, तो कोई अपने रोजगार को लेकर। किसानों और बागवानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती थीं, लेकिन बागवानों को फसल ने निराश नहीं किया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं रामपुर की।
क्षेत्र के प्लम उत्पादकों को अपनी फसल के अच्छे दाम मिल रहे हैं। इससे प्लम उत्पादक कुछ राहत महसूस कर रहे हैं। रामपुर के साथ लगते दत्तगर व नीरसु से बागवानों द्वारा अपनी प्लम की फसल दिल्ली ब नारकंडा मंडी में भेजी गई है, जहां पर बागवानों को अपनी फसल के अच्छे दाम मिल रहे हैं। बागवानों का कहना है कि प्लम सनटारोजा किस्म आए दिन दिल्ली के लिए भेजी जा रही है।
लगभग सात किलो का एक बड़ा प्लम का डिब्बा 700 से 1000 रुपये तक का दिल्ली मंडी में बिक रहा है। मीडियम व स्माल डिब्बे के भी अच्छे दाम मिल रहे हैं। नारकंडा मंडी में 2 किलो वाला प्लम का डिब्बा 180 रुपये तक बिका है। निरसु में भी 130 से 140 के बीच बिका है। बागवानों ने बताया कि इस साल प्लम की फसल कम है। ऐसे में मांग अधिक होने के कारण बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं।