हिमाचल दस्तक, शिमला
मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एमएमएस लीक मामले में नया मोड सामने आया है। ढली से पकड़े गए आरोपी रंकज ने पूछताछ में कहा है कि उसकी फोटो का दुरुपयोग किया गया है। लड़की के मोबाइल में उसकी डीपी वाला जो व्हाट्सएप अकाउंट दिखाया गया है वह फेक है। न तो मोबाइल नंबर उसका है और न ही आईपी एड्रेस। वहीं रोहड़ू से पकड़े गए आरोपी सन्नी का कहना है कि उसने कोई वीडियो वायरल नहीं की है।
गौरतलब है कि मामले में आरोपी छात्रा के कथित बॉयफ्रेंड समेत 2 लोगों को रविवार शाम को शिमला से पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया था। वहीं मामले में आरोपी छात्रा समेत तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। बता दें कि पंजाब पुलिस की तरफ से 10 दिन का पुलिस रिमांड मांगा गया था, लेकिन कोर्ट ने 7 दिन का रिमांड दिया है।
लड़की के मोबाइल में मिले दो वीडियो
लड़की के मोबाइल से दो वीडियो मिले हैं। इनमें से एक वीडियो लड़की का खुद का है जबकि दूसरा वीडियो एक अन्य लड़की का है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि दूसरी लड़की का चेहरा नजर नहीं आ रहा और उसमें केवल लड़की का शरीर ही दिखाई दे रहा है। केस की जांच को एसआईटी का गठन किया गया है, तीन सदस्यों की टीम है जिसमें सभी महिलाएं हैं। वहीं मामले में 2 हॉस्टल वार्डन को भी सस्पेंड किया गया है।
दोनों आरोपी क्या करते हैं।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो लीक मामले में सन्नी मेहता उस लड़की का कथित बॉयफ्रेंड है जिसको पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सन्नी शिमला जिले के रोहड़ू का रहने वाला है। आरोपी ने बीए तक की पढ़ाई शिमला के संजौली कॉलेज से की है। 23 साल का सन्नी फिलहाल रोहड़ू में एक बिस्कुट और केक बनाने वाली फैक्टरी में अपने भाई के साथ काम करता है।
इस मामले में पंजाब पुलिस ने 31 साल के रंकज वर्मा को भी हिरासत में लिया है। रंकज शिमला के ठियोग का रहने वाला है, जो ठियोग की एक ट्रैवल एजेंसी में काम करता है। बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस ने जिस छात्रा को गिरफ्तार किया है, उसका रंकज के साथ भी कनेक्शन है।