हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
केंद्र सरकार ने शुरू से बेशक राज्यों को कहा हो कि वे अपने यहां कोरोना टेस्टिंग में 70 फ़ीसदी सैंपल आरटी पीसीआर से करें, लेकिन हिमाचल अब भी रैपिड टेस्ट ही ज्यादा कर रहा है।
हालांकि अब भारत सरकार ने भी आरटीपीसीआर बनाम रैपिड एंटीजन टेस्ट के फॉर्मूले को हटा दिया है। जिन जिलों में ज्यादा सैंपलिंग हुई है वहां उसकी वजह रैपिड टेस्ट ही है।
प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 1792460 लोगों के टेस्ट लिए जा चुके हैं जिसमें सबसे ज्यादा आंकड़ा जिला कांगड़ा का है। इसके साथ ही मार्च माह से अब तक प्रदेश में कुल 296039 आरटीपीसीआर और 403696 रेपिड एंटिजन टेस्ट लिए जा चुके हैं।
लगातार सैंपलिंग से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पता चल रहा है और साथ ही साथ संक्रमण को काबू करने में भी मदद मिल रही है। हांलाकि प्रदेश में अभी डेथ रेट कम करने में स्वास्थय विभाग को कड़ी मशक्त करनी पड़ रही है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में मौत के मामले भी अब घटेंगे। इसमें स्वास्थय विभाग की ओर से अब ग्रामीण क्षेत्रों को अब ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इसके लिए अब बूथ स्तर पर भी सैंपलिंग की जा रही है।
जिलावार अब तक की गई टेस्टिंग
जिला कुल सैंपल
बिलासपुर 127985
चंबा 159347
हमीरपुर 134028
कांगड़ा 4209334
किन्नौर 38847
कुल्लू 88492
लाहौल और स्पीति 29923
मंडी 163087
शिमला 189876
सिरमौर 125664
सोलन 164622
ऊना 149655
कुल 1792460
मार्च से अब तक आटीपीआर बनाम रैपिड एंटिजन टेस्ट
जिला आरटी पीसीआर रैट
बिलासपुर 15291 25615
चंबा 12858 16713
हमीरपुर 20412 27464
कांगड़ा 22545 23807
किन्नौर 21875 21734
कांगड़ा 22545 23807
कुल्लू 25523 22513
लाहौल-स्पीति 28879 20436
मंडी 29229 26399
शिमला 36489 40915
सिरमौर 34630 563349
सोलन 29330 68579
ऊना 18978 53172