प्रतिमा चौहान : शिमला
प्रदेश विश्वविद्यालय के नए वीसी की नियुक्ति के लिए राज्य सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए सर्च कमिटी गठित कर फाइल अंतिम मंजूरी के लिए राजभवन भेजी गई है। राज्यपाल से अप्रूवल मिलने के तुरंत बाद एचपीयू के वीसी के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
सर्च कमिटी गठन के हलचल के तुरंत बाद वीसी के पद के लिए लॉबिंग भी जोरदार तरीके से आरंभ हो गई है। प्रोफेसर सिकंदर कुमार के बाद अब एचपीयू का नया वीसी कौन होगा, इसके लिए चर्चाएं शुरू हो गई हैं। यूजीसी नॉमस के तहत एचपीयू के नए वीसी का चयन होगा। सर्च कमिटी के सदस्यों के पास वीसी पद के लिए प्रोफेसरों को आवेदन करना होगा।
बता दें कि एचपीयू का वीसी पद राजनीतिक पद होता है। इसके बावजूद इस पद के लिए इस बार यूजीसी के नियमों की जांच की जाएगी। मार्च में प्रोफेसर सिकंदर कुमार के पद छोडऩे के बाद से सीयू के कुलपति एसपी बंसल को एचपीयू का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
फिलहाल विवि के कई प्रोफेसरों का नाम वीसी बनने की दौड़ में आ रहा है। इसमें पहले नंबर पर वीर सिंह रांगड़ा जो फीजिक्स विभाग में प्रोफेसर के पद पर हैं, यूजीसी की शर्तों को भी पूरा करते हैं। वहीं आरएसएस के प्रांत संघ चालक भी हैं। दूसरा नाम नागेश ठाकुर का भी है जो दो बार एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और फीजिक्स डिपार्टमेंट में 10 साल से ज्यादा समय से सेवाएं दे रहे हैं। इसी तरह कई प्रोफेसरों के नाम वीसी पद के लिए सामने आ रहे हैं जो 10 साल से ज्यादा का समय पूरा कर चुके हैं।