शिमला:
हिमाचल में आइसोलेशन में रखे गए तीन रोगियों में से किसी में कोरोना वायरस नहीं मिला है। टांडा में दाखिल दो महिलाओं और आईजीएमसी में दाखिल युवक की जांच रिपोर्ट मिल गई है। इन तीनों संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। बिलासपुर का मरीज दक्षिणी कोरिया से तो टांडा के मरीज इटली से आए थे।
इन्हें लक्षण जांचे जाने के बाद डॉक्टरों की निगरानी में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य डॉ. आरडी धीमान ने बताया कि तीनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसलिए इन सभी मरीजों को जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना का खौफ लोगों में काफी ज्यादा हो गया था परंतु अब मामला पॉजिटिव नहीं है। केेंद्र सरकार की सलाह पर सरकार ने आगामी 31 मार्च तक सरकारी दफ्तरों में बायोमीट्रिक मशीनों से हाजिरी लगाने की प्रक्रिया को स्थगित करने की सलाह दी है। हिमाचल के सारे विभागों में रजिस्टर पर ही हाजिरी लगाई जाएगी। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस की वर्तमान स्थिति देखकर लोगों को सामूहिक सभाओं में इकट्ठा न होने की सलाह दी है।
अगर ऐसी सभाओं में को आयोजित करना अति आवश्यक है, तो आयोजकों को विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों व एहतियाती उपायों को अपनाना होगा। इसमें एक निर्देश ये भी है कि जहां लोग एक साथ एकत्र हो रहे हैं, वहां हाथ साफ करने की पर्याप्त सुविधाएं दी जाएं। हिमाचल में करीब 218 लोग कोरोना प्रभावित देशों से आए थे। जिन्हें निगरानी में रखा गया था। इन सभी मरीजों में से 190 मरीजों की अवधि पूरी हो चुकी है, जो कि 28 दिन की थी। इन किसी मरीज में भी किसी भी तरह से कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है।
शिमला आने वाले सभी पर्यटकों की होगी स्क्रीनिंग
आईजीएमसी में दाखिल मरीज में बेशक वायरस न मिला हो, लेकिन जिला प्रशासन कोई भी ढील देने के मूड में नहीं है। नेपाल से आने वाले लोगों से संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को कहा गया है कि यहां आने वाले सभी पर्यटकों की स्क्रीनिंग की जाए। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि इन सभी में कोई भी लक्षण नहीं देखे गए तो भी सभी को विशेष निगरानी में रखा जाएगा। इसके लिए आशा वर्कर व हेल्थ वर्कर की तैनाती होगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्वेशनेयर भी तैयार किया जा रहा है।
इसमें यात्रियों से लगभग 10 सवाल पूछे जाएंगे व पूरे महीने की यात्रा का ब्योरा लेंगे। इस दौरान आईएसबीटी, लोकल बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर जो भी पर्यटक आते हैं सभी की स्क्रीनिंग होगी, जिससे कि लोगों में इसका संक्रमण न फैल सके। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग लोगों को कोरोना वायरस बारे सूचित करेगा।