रोहित शर्मा / शिमला
राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान के नीचे बने टैंक की दरारों को भरने का काम शुरू हो गया है। दरारों को पॉलीमर मोडिफाइड मोटार्र से भरा जाएगा। वहीं मजबूती के लिए पॉली यूरिया मैब्रन का छिडक़ाव किया जाएगा। करीब 100 साल पुराने वॉटर स्टोरेज टैंक की मुरम्मत के लिए दिल्ली की कंपनी ने कार्य शुरु कर दिया है। सोमवार को कंपनी ने टैंक की दरारों को भरने के लिए बैरीकेडिंग कर दी है। स्विट्जरलैंड बेस्ड कंपनी टैंक की मुरम्मत पर करीब एक करोड़ 80 लाख रुपए खर्च करेगी। इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह भी ली जाएगी। रिज मैदान के नीचे बने टैंक में हर वक्त करीब 5 एमएलडी पानी को स्टोर करने की क्षमता है जिसे शहर के पॉश क्षेत्रों यूएस क्लब, राम बाजार, लोअर बाजार और चौड़ा मैदान और नाभा, फागली टूटीकंडी, रामनगर, कृष्णा नगर, कैथू क्षेत्रों में वितरित किया जाता है।
गौर है कि साल 2017 में पहली बार इस टैंक के भीतर टैंक की सफाई के दौरान इसमें दरारें नजर आई थी जिसके बाद निगम ने इन दरारों पर ज्यादा गंभीरता नहीं दिखाई लेकिन टैंक के भीतर बढ़ती दरारों को लेकर अब जाकर शिमला जल निगम ने संज्ञान लिया और विभिन्न टेक्निकल एक्सपर्ट की राय लेकर इन दरारों को भरने का निर्णय लिया गया। शिमला जल निगम के एसडीओ महमूद शेख ने बताया कि जिस तरीके से वॉटर टैंक को बनाया गया है उसी तरीके से इन दरारों को भरने के लिए कई टेक्निकल कॉलेज के विशेषज्ञ से राय ली गई है और अब दिल्ली की कंपनी को इन दरारों को भरने का कार्य सौंपा गया है यह कार्य शुरु हो चुका है जिसे दो माह के भीतर पूरा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रिज टैंक से जिन क्षेत्रों के लिए पानी की आपूर्ति की जाती थी उन क्षेत्रों के लिए मुख्य पाइप से ही पानी की आपूर्ति की जाएगी। पानी की आपूर्ति के लिए सुबह चार बजे से लेकर शाम सात बजे तक अलग अलग समय पर पानी छोड़ा जाएगा। पानी की आपूर्ति के लिए सभी क्षेत्रों के लिए समय में बदलाव किया गया है।